पुणे: भारत के ख़िलाफ़ पुणे क्रिकेट टेस्ट में न्यूज़ीलैंड की बढ़त 300 रन के पार पहुँच गई है, जिससे टीम इंडिया हार के साथ-साथ सीरीज़ गँवाने के ख़तरे में भी है। पुणे की स्पिन पिच पर चौथी पारी में भारत को 300 से ज़्यादा रन का विशाल लक्ष्य मिलना तय है, जिससे प्रशंसक काफ़ी निराश हैं। दूसरे दिन का खेल ख़त्म होने तक कीवी टीम 5 विकेट पर 198 रन बना चुकी है और उनकी कुल बढ़त 301 रन की हो गई है। अगर तीसरे दिन न्यूज़ीलैंड 250 रन के अंदर सिमट भी जाती है, तो भी भारत के सामने 400 रन का लक्ष्य होगा।
भारत में चौथी पारी में 300 से ज़्यादा रन का लक्ष्य हासिल करके जीत सिर्फ़ एक बार ही मिली है। 2008 में चेन्नई में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ भारत ने 387 रन का पीछा करते हुए जीत हासिल की थी। इससे पहले या बाद में, किसी भी टीम ने इतना बड़ा लक्ष्य हासिल नहीं किया है। इसके अलावा, पुणे की स्पिन पिच पर पहली पारी में लड़खड़ाती भारतीय बल्लेबाज़ी के लिए दूसरी पारी में हालात और भी मुश्किल हो सकते हैं।
बेंगलुरु में हुए पहले टेस्ट में हार के बाद, अगर भारत यह टेस्ट भी हार जाता है, तो 12 साल बाद घरेलू ज़मीन पर सीरीज़ हारने का शर्मनाक रिकॉर्ड भी बन जाएगा। 2012 में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ भारत आख़िरी बार घरेलू टेस्ट सीरीज़ हारा था। बेंगलुरु में पहला टेस्ट जीतकर न्यूज़ीलैंड ने 36 साल बाद भारत में कोई टेस्ट मैच जीता है। अब न्यूज़ीलैंड सीरीज़ जीतने के कगार पर है। भारत के ख़िलाफ़ सीरीज़ से पहले, न्यूज़ीलैंड को श्रीलंका के ख़िलाफ़ टेस्ट सीरीज़ में पूरी तरह से हार का सामना करना पड़ा था।
हालांकि, बांग्लादेश के ख़िलाफ़ दो दिन में टेस्ट जीतकर आत्मविश्वास से भरी भारतीय टीम को बेंगलुरु में 46 रन से हराकर न्यूज़ीलैंड ने पहला झटका दिया था। अब पुणे में भी न्यूज़ीलैंड भारत को हार की ओर धकेलने के लिए तैयार है। अगर सीरीज़ हाथ से निकल जाती है, तो कप्तान रोहित शर्मा और कोच गौतम गंभीर की आलोचना बढ़ेगी और ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ टेस्ट सीरीज़ से पहले भारत का आत्मविश्वास भी कम हो जाएगा।