क्यों टेढ़ा है लॉर्ड्स का मैदान? जानिए क्रिकेट के मदीना की 211 साल पुरानी कहानी

Published : Jul 11, 2025, 12:54 PM ISTUpdated : Jul 11, 2025, 12:58 PM IST
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सार

Lords cricket ground facts: लॉर्ड्स के मैदान की अनोखी ढलान क्रिकेटरों के लिए चुनौती बनती है। इरफान पठान ने वीडियो में बताया कैसे गेंदबाज इस ढलान का फायदा उठा सकते हैं। जानिए इस ऐतिहासिक मैदान के राज।

Lords cricket ground history: भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैच की टेस्ट सीरीज का तीसरा मुकाबला लंदन के लॉर्ड्स मैदान पर खेला जा रहा है। इसे क्रिकेट का मदीना कहा जाता है जिस पर कई ऐतिहासिक मैच हुए, लेकिन एक चीज है जो लॉर्ड्स के मैदान को दुनिया के सभी मैदाने से अलग बनाती है। वह है इसकी ढाई मीटर की ढलान इसी कारण यहां पर गेंदबाजी और बल्लेबाजी करना मुश्किल होता है। ऐसे में भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व गेंदबाज इरफान पठान ने एक वीडियो पोस्ट किया है और बताया है कि लॉर्ड्स के स्लोप में किस तरह से गेंदबाजी करना चाहिए।

इरफान पठान का वायरल वीडियो (Irfan Pathan Lords bowling tips)

इंस्टाग्राम पर इरफान पठान ने एक वीडियो पोस्ट किया है, इस वीडियो में वह लॉर्ड्स के मैदान की ढलान को लेकर भारतीय गेंदबाजों को सलाह दे रहे हैं और बता रहे हैं कि लॉर्ड्स के मैदान की पिच हल्की सी टेढ़ी है, जिस वजह से पवेलियन एंड से लेफ्ट हैंड बॉलर को इनस्विंग करने में आसानी होगी। इसी तरह से स्लोप के हिसाब से नर्सरी एंड से बॉलिंग करने पर आउट स्विंग करना आसान होगा। सोशल मीडिया पर इरफान पठान का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा हैं।

 

 

क्यों है लॉर्ड्स का मैदान टेढ़ा (Difficult pitches in cricket history)

क्रिकेट के मैदान आमतौर पर समतल और सपाट होते हैं, लेकिन लॉर्ड्स का मैदान ढाई मीटर की ढलान पर बना हुआ है। जिससे बल्लेबाज और गेंदबाजों के लिए यह मुश्किल पिच हो जाती है। यह ढलान पवेलियन एंड से नर्सरी एंड तक फैली हुई है, जो की ढाई मीटर या 8 फीट 2 इंच की है। यह मैदान 1814 में बनाया गया था, उस समय इस स्लोप को कम करने पर चर्चा भी हुई थी, लेकिन इसे समतल नहीं किया गया, क्योंकि इससे समतल करने के लिए मैदान का एक बड़ा हिस्सा खोदना होगा और स्टैंड्स को फिर से बनाना होगा। ऐसे में इस पिच पर अभी तक कोई भी चेंज नहीं किए गए हैं।

लॉर्ड्स के मैदान पर खेलना क्यों मुश्किल (Lords cricket ground facts)

लॉर्ड्स मैदान पर गेंदबाज पवेलियन एंड से गेंदबाजी करता हैं, तो बल्लेबाज के एलबीडब्ल्यू आउट होने की संभावना ज्यादा होती है और नर्सरी एंड से जब गेंदबाजी की जाती है तो गेंद आउटस्ट्रिंग होती है। ऐसे में गेंदबाज और बल्लेबाज हो दोनों के लिए यहां पर खेलना मुश्किल हैं। बता दें कि लॉर्ड्स के मैदान पर अब तक 148 टेस्ट मैच खेले जा चुके हैं और कई क्रिकेटर इस ढलान के आदि भी हो गए, लेकिन भारतीय टीम में कई युवा खिलाड़ी भी हैं, जिनके लिए यह पिच नई है। वहीं, जसप्रीत बुमराह, ऋषभ पंत, रविंद्र जडेजा जैसे खिलाड़ी इस पिच को अच्छी तरह से जानते हैं।

 

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