भारत में शुरू हो गया 5G नेटवर्क, जानिए किस देश में सबसे पहले शुरू हुई ये सेवा, इन 61 देशों में चल रही सर्विस
5G Network Start in India: क्या आप जानते हैं कि मोबाइल सर्विस की पांचवी जेनरेशन यानी 5जी सर्विस किस देश ने सबसे पहले शुरू की थी। भारत के अलावा और कौन से देश हैं, जहां के लोग इस नेटवर्क का आनंद पहले से ले रहे हैं।
Asianet News Hindi | Published : Oct 1, 2022 6:40 AM IST / Updated: Oct 08 2022, 01:44 PM IST
टेक न्यूज डेस्क। 5G Network Start in India: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज यानी 1 अक्टूबर से भारत में मोबाइल सर्विस की पांचवी जेनरेशन (Fifth Genreration of Mobile) यानी 5जी सर्विस की शुरू कर दी है। यह सर्विस अभी देश के चुनिंदा शहरों में ही लागू हो रही है और आने वाले कुछ वर्ष में इसे चरणबद्ध तरीके से देशभर के अलग-अलग शहरों में लागू करके विस्तार दिया जाएगा। दरअसल, 4जी के मुकाबले 5जी सर्विस बेहद तेज गति से नेटवर्क उपलब्ध कराता है।
हालांकि, क्या आप जानते हैं कि 5जी सर्विस शुरू करने में भारत करीब तीन साल पीछे चल रहा है। दरअसल, दक्षिण कोरिया ऐसा पहला देश है, जिसने दुनियाभर में सबसे पहले 5जी सर्विस शुरू की थी। यहां 5 अप्रैल 2019 को पहली बार 5जी सर्विस शुरू की गई थी। आपको यह भी बता दें कि दक्षिण कोरिया में तीन बड़ी दूरसंचार कंपनियां है, जिन्होंने यह सर्विस शुरू की थी। इनके नाम हैं एसके टेलिकॉम, केटी और एलजी यूप्लस।
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5 प्वाइंट में जानिए 5जी नेटवर्क से जुड़ी अहम जानकारी
अब बात करते हैं कि किन और देशों में 5जी सर्विस का नेटवर्क काम कर रहा है। आपको बता दें कि यूरोपीय देशों में फ्रांस और जर्मनी ऐसे देश हैं, जहां 5जी की नेटवर्क सर्विस है। इसके अलावा, रूस में भी यह सर्विस लागू है।
वहीं, अमरीका और दक्षिण अमरीकी के कुछ देश भी इस सेवा का लाभ उठा रहे हैं। आस्ट्रेलिया और भारत का पड़ोसी देश चीन भी 5जी नेटवर्क सर्विस का लाभ उठा रहा है। यही नहीं, कुछ अफ्रीकी देशों में भी आंशिक तौर पर 5जी का नेटवर्क काम कर रहा है और इसे बेहतर बनाने के लिए टेस्टिंग समेत और काम चल रहे हैं।
वैसे यह जरूर है कि भारत ने मोबाइल सर्विस की पांचवी जेनरेशन को लागू करने में देर कर दी है, मगर यहां की आबादी और बड़े क्षेत्रफल को देखते हुए बहुत सी चुनौतियां सामने थीं, जिसकी वजह से यह देरी का बड़ा कारण बनी।
हालांकि, इसका ट्रायल करीब सवा दो साल पहले यानी मई 2020 में ही शुरू हो चुका था और खुद तत्कालीन केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रोद्यौगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इसका सबसे पहले टेस्ट किया था। उन्होंने आईआईटी मद्रास में 5जी कॉल की टेस्टिंग की थी, जो सफल रही। इसमें वीडियो कॉल और वॉयस कॉल दोनों सर्विस शामिल थे।
भारत के अलावा, कई बड़े देश हैं, जहां अभी यह सर्विस शुरू नहीं हो पाई है और इसमें जापान तथा सिंगापुर जैसे उच्च तकनीक वाले देश भी शामिल हैं। इसके अलावा, भारत के पड़ोसी देश नेपाल, बांग्लादेश, श्रीलंका, पाकिस्तान और यूएई में भी इसकी सर्विस अभी शुरू नहीं हो पाई है।