ZOOM एप के इस्तेमाल से मना कर रही हैं नासा और स्पेस एक्स जैसी कंपनियां, जानिए क्या है वजह ?

कोरोना वायरस के चलते अधिकतर कंपनियों के कर्मचारी घर से काम कर रहे हैं और हर तरह की मीटिंग के लिए ऑनलाइन वीडियो कॉलिंग एप का इस्तोमाल कर रहे हैं। इसके चलते ऑनलाइन मीटिंग एप यूजर्स की संख्या भी बढ़ गई है। 

Asianet News Hindi | Published : Apr 6, 2020 3:59 PM IST

नई दिल्ली. कोरोना वायरस के चलते अधिकतर कंपनियों के कर्मचारी घर से काम कर रहे हैं और हर तरह की मीटिंग के लिए ऑनलाइन वीडियो कॉलिंग एप का इस्तोमाल कर रहे हैं। इसके चलते ऑनलाइन मीटिंग एप यूजर्स की संख्या भी बढ़ गई है। इस काम के लिए स्काइप और जूम जैसे एप का इस्तेमाल किया जा रहा है। इस बीच दुनिया की दो बड़ी टेक्नोलॉजी कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को जूम एप का इस्तेमाल ना करने की सलाह दी है। फिलहाल दुनिया के 141 देशों में वीडियो कॉलिंग के लिए जूम एप का इस्तेमाल हो रहा है, पर नासा और स्पेस एक्स जैसी बड़ी कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को इस एप का इस्तेमाल करने से साफ मना कर दिया है। 

वीडियो कॉल पर ही हो रही प्लान पर चर्चा 
एप्पल के कर्मचारी भी अपने घरों से ही काम कर रहे हैं और डेली मीटिंग के लिए जूम एप का इस्तेमाल कर रहे हैं। इस दौरान भाविष्य की प्लानिंग पर भी चर्चा हो रही है। एप्पल के कर्मचारी इसके लिए फेसटाइम, स्लेक और वेबएक्स जैसे एप्स का इस्तेमाल भी कर रहे हैं। ऐसे में एप्पल को डाटा लीक होने का डर है और उसने अपने कर्मचारियों को इन एप से दूर रहने की सलाही दी है। कंपनी ने सुरक्षा बरतते हुए ऑनलाइन फाइल शेयरिंग भी काफी कम कर दी है। एप्पल के अलावा नासा और स्पेस एक्स ने भी अपने कर्णचारियों से जूम एप का इस्तेमाल ना करने को कहा है। 

लॉकडाउन में दोगुने हो गए जूम के यूजर्स 
जूम एप के सीईओ एस युआन ने अपने ब्लॉग में बताया कि दिसंबर 2019 में जूम के डेली एक्टिव यूजर्स की संख्या 10 करोड़ थी जो कि मार्च में बढ़कर 20 करोड हो गई। कोरोना के कारण दुनियाभर के 20 देशों में 90 हजार से ज्यादा स्कूल भी ऑनलाइन क्लास के लिए इस अप का इस्तेमाल कर रहे हैं। 

साइबर हमलों का जरिया बन सकता है जूम एप
भारत की कम्प्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम और साइबर सुरक्षा एजेंसी ने भी वीडियो जारी कर जूम एप की सिक्योरिटी को लेकर लोगों को आगाह किया है। CERT-IN ने कहा कि जूम एप साइबर हमलों का जरिया बन सकता है। इस एप के जरिए साइबर अपराधी आपका डेटा चोरी करके उसका गलत इस्तेमाल कर सकते हैं। कंपनी ने साथ ही सुझाव दिया है कि अपने एप को अप टू डेट रखें और इसमें मजबूत पासवर्ड लगाएं। इसके साथ ही वेटिंग फीचर को भी ऑन रखें ताकि मीटिंग में हिस्सा लेने वाले लोगों पर आपका कंट्रोल बना रहे।  

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