कोरोनावायरस महामारी के दौरान जहां ज्यादातर कंपनियां घाटे में चल रही हैं और कर्मचारियों को काम से हटाया जा रहा है, वहीं दिग्गज टेक्नोलॉजी कंपनी HCL को मुनाफा हुआ है। यह कंपनी 15 हजार फ्रेशर्स को जॉब देने जा रही है।
टेक डेस्क। कोरोनावायरस महामारी के दौरान जहां ज्यादातर कंपनियां घाटे में चल रही हैं और कर्मचारियों को काम से हटाया जा रहा है, वहीं दिग्गज टेक्नोलॉजी कंपनी HCL को मुनाफा हुआ है। यह कंपनी 15 हजार फ्रेशर्स को जॉब देने जा रही है। बता दें कि हाल ही में कंपनी की कमान शिव नाडर की बेटी रोशनी नाडर के हाथ में आई है। 38 साल की रोशनी नाडर अब एचसीएल टेक्नोलॉजीज की चेयरपर्सन हैं। एचसीएल पिछले साल की तुलना में इस साल 6 हजार ज्यादा कर्मचारियों की भर्ती करेगी। फिलहाल, कंपनी के 96 फीसदी कर्मचारी वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं। इस साल कंपनी को 31.7 फीसदी ज्यादा लाभ हुआ है।
एवरेज सैलरी पैकेज में कटौती नहीं
पिछले साल एचसीएल ने 9 हजार लोगों को बहाल किया था। वित्त वर्ष 2021 में इससे 6 हजार ज्यादा बहाली होगी। एचसीएल टेक के एचआर हेड वीवी अप्पाराव का कहना है कि इस साल कोरोनावायरस की वजह से कैंपस प्लेसमेंट प्रभावित हुआ है। स्टूडेंट्स का ग्रैजुएशन प्रोग्राम लेट हो गया और एजुकेशनल इंस्टीट्यूशन्स के कामकाज पर असर पड़ा है। उन्होंने कहा कि फ्रेशर्स के लिए एवरेज सैलरी 3.5 लाख रुपए में कोई कटौती नहीं हुई है।
वर्चुअल होगी भर्ती की प्रक्रिया
वीवी अप्पाराव ने कहा कि कंपनी की भर्ती प्रक्रिया अभी वर्चुअल मोड में हो गई है। यह भर्ती उस जगह के लिए होती है, जिसे कंपनी के कर्मचारी छोड़ कर जाते हैं। अगर कम कर्मचारी कंपनी छोड़ कर जाते हैं, तो भर्ती में भी कमी आ जाती है। एचसीएल टेक हर तिमाही अमूमन 3,500 से लेकर 4 हजार कर्मचारियों की भर्ती करती है। हालांकि, वित्त वर्ष 2021 के पहले 3 महीने में सिर्फ 2 हजार कर्मचारियों की भर्ती की गई है।
96 फीसदी कर्मचारी कर रहे वर्क फ्रॉम होम
कोरोनावायरस महामारी और लॉकडाउन की वजह से कंपनी के करीब 96 फीसदी कर्मचारी घरों से काम कर रहे हैं। लेकिन जून तिमाही में कंपनी की प्रोडक्टिविटी अच्छी रही है। चार बड़ी आईटी फर्म टीसीएस, इन्फोसिस, एचसीएल और विप्रो में करीब 10 लाख कर्मचारी हैं। आईटी सेक्टर में कुल 50 लाख लोगों में से 20 फीसदी लोग इन्हीं कंपनियों में हैं।