रिपोर्ट के अनुसार, इस अवधि के दौरान यूजर्स की कुल संख्या दोगुनी होने के साथ, देश ने 2021 में पिछले पांच वर्षों में मोबाइल ब्रॉडबैंड ग्राहकों (Mobile Broadband Customers) में सबसे अधिक वृद्धि दर्ज की।
टेक डेस्क। जैसा कि सरकार देश में 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी (5G Spectrum Auction) की तैयारी कर रही है, नोकिया की एमबिट रिपोर्ट (Nokia mbit Report) के अनुसार, भारत में पहले से ही 10 मिलियन 5जी डिवाइस (5G Device) सक्रिय हैं। रिपोर्ट के अनुसार, इस अवधि के दौरान यूजर्स की कुल संख्या दोगुनी होने के साथ, देश ने 2021 में पिछले पांच वर्षों में मोबाइल ब्रॉडबैंड ग्राहकों (Mobile Broadband Customers) में सबसे अधिक वृद्धि दर्ज की। रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि भारत में अब 5 साल पहले 345 मिलियन की तुलना में 765 मिलियन मोबाइल ब्रॉडबैंड ग्राहक हैं और 5जी सर्विस से 9 बिलियन डॉलर का राजस्व प्राप्त होगा। यह नोट किया गया कि 90 फीसदी भारतीय स्थानीय भाषाओं में सामग्री का उपभोग करना पसंद करते हैं और शाॅर्ट फाॅर्म वीडियो पर डिजिटल विज्ञापन 2030 तक देश के डिजिटल विज्ञापन बाजार का 20 फीसदी तक हो सकता है।
रेवेन्यू में 1.3 ट्रिलियन डाॅलर का रहेगा योगदान
रिपोर्ट में कहा गया है कि 2030 तक, 5जी ग्लोबल जीडीपी का 1 फीसदी या राजस्व में 1.3 ट्रिलियन डाॅलर का योगदान देगा। सबसे महत्वपूर्ण उपयोग के मामलों में स्वास्थ्य सेवा, यूटीलिटीज, मीडिया एप्लीकेशंस, मैन्युफैक्चरिंग और स्मार्ट सिटीज की पसंद शामिल होगी। एमबिट रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि 2021 में 4 जी डेटा ट्रैफ़िक में 31 फीसदी का इजाफा हुआ है, जिसमें औसत यूजर्स प्रति माह 17 जीबी 4जी मोबाइल डेटा का उपयोग करता है। भारत ने 2021 में लगभग 40 मिलियन ग्राहक जोड़े, जिनमें 4जी में अपग्रेड करने वाले व्यक्ति भी शामिल हैं। 4जी ने भारत में उत्पन्न कुल डेटा ट्रैफ़िक का लगभग 99 फीसदी योगदान दिया।
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सक्रिय 4जी डिवाइस 80 फीसदी से अधिक
संख्या में वृद्धि का सीधा संबंध 4जी डिवाइस की शिपमेंट में इजाफे से भी है। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में 2021 में 160 मिलियन से अधिक स्मार्टफोन और 30 मिलियन 5जी डिवाइस जोड़े गए। इनमें से सक्रिय 4जी डिवाइस 80 फीसदी से अधिक थे जबकि 5 फीसदी डिवाइस 10 मिलियन से अधिक थे। संजय नोकिया के एसवीपी और हेड ऑफ इंडिया मार्केट मलिक ने कहा कि अब, आगामी 5 जी स्पेक्ट्रम नीलामी और इस साल के अंत में सेवाओं के वाणिज्यिक लॉन्च से भारत को डिजिटल डिवाइड को पाटने में मदद मिलेगी और सेवा प्रदाताओं को उद्योग 4.0 और स्मार्ट शहरों जैसे नए और रोमांचक उपयोग के मामले प्रदान करने में सक्षम होंगे।