गूगल पर अब कई लोग अपने फेसबुक, इंस्टाग्राम अकाउंट डिलीट करने के तरीके खोज रहे हैं। ऐसे सर्च करने वालों की संख्या में अचानक बढ़ोतरी हुई है। इसकी वजह क्या है, जानते हैं?
नई दिल्ली . सोशल मीडिया अकाउंट्स में से ज्यादातर लोगों के पास फेसबुक, इंस्टाग्राम अकाउंट हैं। ये दोनों बेहद लोकप्रिय हैं और हर किसी की जिंदगी का अहम हिस्सा बन गए हैं। इसके साथ ही हाल ही में मेटा के स्वामित्व वाला थ्रेड्स भी जुड़ गया है। लेकिन अब कई लोग अपने फेसबुक, इंस्टाग्राम और थ्रेड्स अकाउंट डिलीट करना चाहते हैं। इसके लिए अकाउंट कैसे डिलीट करें, इसकी प्रक्रिया क्या है, ये सब गूगल पर सर्च कर रहे हैं। अचानक ये संख्या बढ़ गई है। इसकी वजह क्या है?
फेसबुक, इंस्टाग्राम और थ्रेड्स अकाउंट डिलीट करने की मुख्य वजह मार्क जुकरबर्ग द्वारा हाल ही में की गई मेटा की घोषणा है। मेटा ने हाल ही में थर्ड पार्टी फैक्ट चेकिंग सिस्टम को बंद कर दिया है। इसके साथ ही राजनीतिक विषयों, राजनीति से प्रेरित विषयों समेत सभी राजनीतिक मुद्दों पर कई प्रतिबंध लगाए थे। इन प्रतिबंधों को भी हटा दिया गया है। कंटेंट मॉडरेशन पॉलिसी में किए गए इस बड़े बदलाव से अब फेसबुक, इंस्टाग्राम और थ्रेड्स की नींव हिल गई है।
सोशल मीडिया अकाउंट इस्तेमाल करने वाले ज्यादातर लोग अब मानते हैं कि फेसबुक, इंस्टाग्राम, थ्रेड्स पर गलत जानकारी, लोगों को गुमराह करने वाली, जानबूझकर गलत रास्ते पर ले जाने वाली जानकारी, नफरत फैलाने वाले भाषण, भड़काऊ भाषण बढ़ेंगे। कई लोगों ने कहा है कि इससे यूजर्स की सुरक्षा को भी खतरा होगा। मेटा ने सच्चाई की जांच करने वाले थर्ड पार्टी सिस्टम को बंद कर दिया है, जिससे अब कोई भी गलत जानकारी सच जैसी लग सकती है। लोगों का मानना है कि इससे यूजर्स को काफी परेशानी होगी।
मेटा की इस घोषणा के बाद अब लोग गूगल पर इन अकाउंट्स को डिलीट करने की प्रक्रिया के बारे में जानकारी ढूंढ रहे हैं। गूगल ट्रेंड्स में "हाउ टू परमानेंटली डिलीट फेसबुक, इंस्टाग्राम, थ्रेड्स" (स्थायी रूप से फेसबुक समेत अन्य अकाउंट कैसे डिलीट करें) सर्च कर रहे हैं। ये संख्या 5000% तक बढ़ गई है। अब लोग फेसबुक समेत मेटा के सोशल मीडिया अकाउंट्स से दूर हो रहे हैं।
कुछ यूजर्स ने मेटा को अहम सुझाव दिए हैं। उन्होंने कहा है कि फैक्ट चेकिंग बंद करना अच्छा फैसला नहीं है। साथ ही थर्ड पार्टी सिस्टम को बंद कर दिया गया है। लेकिन इसकी जगह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल करके फैक्ट चेकिंग सिस्टम लागू करने का सुझाव दिया है। उन्होंने कमेंट किया है कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो फेसबुक पर सिर्फ मार्क जुकरबर्ग और झूठी, गलत जानकारी पोस्ट करने वाले लोग ही बचेंगे।
AI के जरिए कुछ कदम उठाए जा सकते हैं। या मेटा अपनी फैक्ट चेकिंग, गलत जानकारी को नियंत्रित करने वाली टीम बनाए। फिलहाल मेटा मुश्किल में है। लोग सोशल मीडिया के इस्तेमाल से दूर हो रहे हैं। इस बीच ये घटनाक्रम मेटा पर और भी असर डालेगा।