iPhone 17 अब भारत में बनेगा! Foxconn ने शुरू की ट्रायल प्रोडक्शन, अमेरिका तक होगा एक्सपोर्ट

Published : Jul 12, 2025, 04:31 PM IST
iPhone 17 trial production India

सार

ऐपल ने भारत में आईफोन 17 का ट्रायल प्रोडक्शन शुरू कर दिया है। Foxconn ने चीन से ज़रूरी पार्ट्स मंगवाकर असेंबली शुरू की है। माना जा रहा है कि अगस्त से इसकी फुल मैन्युफैक्चरिंग शुरू होगी और अमेरिका को एक्सपोर्ट भी किया जाएगा।

iPhone 17 Foxconn Update 2025 : Apple ने भारत में आईफोन 17 का ट्रायल प्रोडक्शन शुरू कर दिया है। रिपोर्ट के मुताबिक, फॉक्सकॉन ने इसके जरूरी पार्ट्स की पहली खेप भारत में इंपोर्ट कर ली है। अब सितंबर लॉन्च से पहले भारत भी इस प्रीमियम स्मार्टफोन की मैन्युफैक्चरिंग का अहम हिस्सा बन चुका है। The Economic Times की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले महीने चीन से भारत में जिन कंपोनेंट्स की शिपिंग हुई है, उनमें Display Assembly, Cover Glass Panel, Rear Camera Modules और Mechanical Housing Parts शामिल हैं। ये फॉक्सकॉन की इंपोर्ट का सिर्फ 10% हिस्सा हैं, जो इस बात का संकेत है कि ये सिर्फ ट्रायल प्रोडक्शन के लिए मंगवाए गए हैं।

जुलाई में ट्रायल, अगस्त से होगी मास प्रोडक्शन

रिपोर्ट के मुताबिक, फॉक्सकॉन (Hon Hai Precision) इस जुलाई से आईफोन 17 का ट्रायल रन शुरू कर रहा है और अगस्त से बड़े पैमाने पर मैन्युफैक्चरिंग होगी। ये पहली बार होगा, जब ऐपल एक ही समय पर चीन और भारत दोनों देशों में एक साथ आईफोन बनाएगा। इससे भारत को एक बड़ा ग्लोबल प्रोडक्शन रोल मिलेगा।

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भारत से अमेरिका iPhone एक्सपोर्ट 219% बढ़ा

S&P Global Market Intelligence के आंकड़ों के अनुसार, मार्च 2025 में भारत से अमेरिका को आईफोन एक्सपोर्ट 219% तक बढ़ गया। ऐपल अब भारत को अपना स्टैटिजिक एक्सपोर्ट बेस बना रहा है, खासकर अमेरिका के लिए। रिपोर्ट बताती है कि ऐपल का प्लान है कि 2026 तक अमेरिका के लिए सारे आईफोन भारत में ही बनाए जाएं। ट्रम्प सरकार की तरफ से चीन पर लगाए गए टैरिफ्स के कारण ऐपल अब चीन से प्रोडक्शन हटाकर भारत जैसे देशों में ला रहा है।

भारत में आईफोन प्रोडक्शन में देरी क्यों हो रही है?

फॉक्सकॉन के भारत में जो प्लांट्स हैं, उनमें काम करने वाले टेक एक्सपर्ट्स अब चीन वापस भेजे जा रहे हैं, जो कंपनी के लिए एक बड़ा चैलेंज है। रिपोर्ट के अनुसार, आईफोन 17 में माइक्रो-प्रेसिजन की जरूरत है और 1mm की गड़बड़ी से भी पूरा प्रोडक्ट रिजेक्ट हो सकता है। ये इंजीनियर भारतीय टीम को ट्रेनिंग देते थे। अब उनकी गैर-मौजूदगी से प्रोडक्शन स्लो हो सकता है।

Foxconn को सरकार से कितनी मदद मिल रही है?

भारत सरकार ने बताया है कि वे इस ट्रांजिशन को मॉनिटर कर रहे हैं। PLI स्कीम के तहत फॉक्सकॉन को सपोर्ट दिया जा रहा है और चीन से आए प्रोफेशनल्स के लिए सरकार ने वीजा भी तेजी से अप्रूव किए हैं। सरकारी सूत्रों के अनुसार, 'Apple के पास ऑप्शन है कि वे इस समस्या यानी टेक एक्सपर्ट्स की कमी को हैंडल कर लेंगे।'

 

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