शांति और सद्भाव के लिए दिल्ली विधानसभा की समिति ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह व्हाट्सएप, फेसबुक और ट्विटर से उन ‘‘अपराधियों’’ की पहचान करने में मदद करने के लिए कहेगी, जिन्होंने सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट साझा की हैं
नई दिल्ली: शांति और सद्भाव के लिए दिल्ली विधानसभा की समिति ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह व्हाट्सएप, फेसबुक और ट्विटर से उन ‘‘अपराधियों’’ की पहचान करने में मदद करने के लिए कहेगी, जिन्होंने सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट साझा की हैं।
उत्तर पूर्वी दिल्ली में पिछले महीने हिंसा के मद्देनजर अफवाहों और भड़काऊ भाषणों को फैलने से रोकने के लिए गठित की गई समिति ने 14 शिकायतकर्ताओं और सोशल मीडिया पर भड़काऊ सामग्री फैलाने के आरोपी एक व्यक्ति के बयान दर्ज किए।
भड़काऊ सामग्री की ओर ध्यान केन्द्रित किया था
इस समिति के अध्यक्ष राघव चड्ढा ने कहा, ‘‘समिति ने उन 14 शिकायतकर्ताओं के बयान दर्ज किये जिन्होंने वीडियो और संदेशों समेत भड़काऊ सामग्री की ओर ध्यान केन्द्रित किया था।’’उन्होंने कहा, ‘‘व्हाट्सएप के जरिये भड़काऊ सामग्री को साझा करने के आरोपी एक व्यक्ति को भी तलब किया गया था। इस व्यक्ति ने अपना अपराध स्वीकार किया है जो दंडनीय है और इसके तहत तीन साल तक की कैद हो सकती है।’’
इस व्यक्ति ने दावा किया कि उसे कानून की जानकारी नहीं थी और उसने समिति से माफी मांगी। गौरतलब है कि उत्तर पूर्वी दिल्ली में 24 से 25 फरवरी तक हुई सांप्रदायिक हिंसा में 53 लोगों की मौत हो गई थी और 200 से अधिक घायल हो गये थे।
(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)
(फाइल फोटो)