Deepawali 2022: दीपावली का पर्व भारत समेत दुनियाभर के विभिन्न देशों में बड़े ही धूम-धाम से मनाया जाता है। अमरीका, नेपाल, थाईलैंड, मालदीव, सिंगापुर और मॉरीशस जैसे ऐसे तमाम देश हैं, जहां यह पर्व हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जाता है।
ट्रेडिंग डेस्क। Deepawali 2022: अमरीका में दीपावली का पर्व शुरू हो चुका है। मालदीव में भी इस त्योहार का आगाज कर दिया गया है। इसके अलावा, श्रीलंका, नेपाल, म्यांमार, थाईलैंड, सिंगापुर, नीदरलैंड, कनाडा, आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, फिजी, मॉरीशस और दक्षिण अफ्रीका समेत तमाम अफ्रीकी देशों में दीपावली पर्व का जश्न शुरू हो चुका है। हालांकि, इसके अलावा भी ऐसे बहुत से देश हैं, जहां भारतीय बसे हैं, वे दीपावली का पर्व पूरे हर्ष और उल्लास से मनाते हैं। आइए संक्षेप में जानते हैं कि दीपावली पर्व को अलग-अलग देशों में कैसे मनाते हैं।
अमरीका के टाईम्स स्क्वायर पर दीपावली उत्सव की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। पटाखों की दुकानें सज चुकी हैं। राष्ट्रपति जो बिडेन के साथ-साथ उप राष्ट्रपति कमला हैरिस और पूर्व राष्ट्रपति डोनॉल्ड ट्रंप भी इस पर्व को अपने समर्थकों के साथ अपने अंदाज में मनाते हैं।
नेपाल में दीपावली को स्वान्ति कहा जाता है। यहां इसे पांच दिन तक मनाते हैं, जिसमें पहले दिन कौवे और दूसरे दिन कुत्ते को खाना खिलाते हैं। तीसरे दिन मां लक्ष्मी की पूजा होती है और इसी दिन नेपाली कैलेंडर की खत्म होता है। चौथे दिन को नए साल की तरह मनाते हैं ओर पांच दिन भाई दूज पर्व के साथ इसका समापन करते हैं।
श्रीलंका में तमिल समुदाय के लेाग दीपावली के दिन तेल या फिर तेल मिश्रित पानी से नहाते हैं और नए कपड़े पहनते हैं। भगवान की पूजा करने के बाद शाम को घर के बाहर दीये जलाते हैं और पटाखे चलाते हैं।
मलेशिया में दीपावली के पर्व पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होता है। इस दिन लोग मंदिर जाते हैं और पूजा पाठ करते हैं। फिर घर आकर मां लक्ष्मी की पूजा करते हैं और घर के बाहर दीया जलाकर पटाखे चलाते हैं।
मॉरीशस में करीब 50 प्रतिशत से अधिक आबादी हिंदुओं की है। ऐसे में यहां हिंदुओं से जुड़े सभी त्योहार परंपरागत तरीके से हर्ष और उल्लास के साथ मनाए जाते हैं। दीपावली के दिन यहां की रौनक देखने लायक होती है। लोग करीब एक हफ्ते तक त्योहार के जश्न में डूबे रहते हैं।
सिंगापुर में दीपावली के दिन को लोग पूरे हर्ष और उल्लास से मनाते हैं। यहां लोग दिन में घर-दुकान की सफाई करते हैं। इसके बाद शाम को पूजा करके घर के बाहर दीये जलाते हैं। एकदूसरे के घर जाते हैं, बधाई देते हैं और पकवान खाते हैं।
थाईलैंड में लोग दीपावली को लाम क्रियोंघ कहते हैं। यहां केले के पत्तों का दीपक बनाकर रात में इसमें दीप जलाते हैं। पूरा शहर रौशनी में नहाताहै। जलते हुए दीपक को लोग पानी में भी बहाते हैं। साथ ही, पटाखे चलाकर एकदूसरे को बधाई देते हैं।
इंडोनेशिया में भारतीय अधिक नहीं हैं, मगर जितने भी है, उनके लिए दीपावली का पर्व धूमधाम से मनाया जाता है। यहां भी लोग घरों की साफ-सफाई के बाद शाम को पूजा करते हैं और दीयों से घर रौशन करते हैं। मिठाई खाते हैं, पटाखे चलाते हैं और एकदूसरे के घर जाते हैं।
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