सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रही है, जिसमें बताया गया है कि एक शख्स को सिर्फ 20 मिनट की देरी से ऑफिस पहुंचने पर नौकरी से निकाल दिया गया। वह सात साल में पहली बार लेट पहुंचा था।
ट्रेंडिंग डेस्क। एक शख्स अपने ऑफिस में बीते सात साल में पहली बार देरी से पहुंचा। वह तय समय से 20 मिनट लेट पहुंचा, जिसके बाद कंपनी की ओर से निकाल दिया गया। इस घटना को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म रेडिट पर उस शख्स के साथ ऑफिस में काम करने वाले एक सहयोगी कर्मचारी ने पोस्ट किया है। यह पोस्ट एंटीवर्क फोरम में शेयर की गई है।
रेडिट पर पोस्ट के साथ कैप्शन में यूजर ने लिखा, कर्मचारी को सात साल में पहली बार देर से आने पर सजा दी गई। वह महज 20 मिनट की देरी से पहुंचा था। यह मामला कहां का है, इस बारे में जानकारी नहीं मिल पाई है। रेडिट यूजर ने कहा कि ऑफिस में काम कर रहे मौजूदा कर्मचारियों ने प्रबंधन के इस फैसले का विरोध किया है। साथ ही यह विरोध तब जारी रखा जाएगा, जब तक कि उस शख्स को वापस काम पर नहीं बुलाया जाता है।
ऑफिस में काम करने वाले लोगों का कहना है कि कल को हम और बाकी लोग देरी से आएंगे और तब तक देरी से आएंगे, जब तक कि उस शख्स को वापस काम पर नहीं रखा जाता। इस पोस्ट के साथ लिखा है, साथ में काम करने वाला व्यक्ति, जो कभी लेट नहीं आता, सात साल में पहली बार सिर्फ 20 मिनट की देरी से पहुंचा तो उसे नौकरी से निकाल दिया गया।
ऐसे मामले में कंपनी के एक्शन पर प्रबंधन की आलोचना कर रहे यूजर्स
इस मामले को तीन दिन पहले रेडिट पर पोस्ट किया गया था और तब से अब तक इसे करीब 80 हजार लोगों ने अपवोट किया है। वहीं, करीब चार हजार यूजर्स ने इस पर कमेंट किए हैं। यहां पोस्ट होने के बाद यूजर्स नियोक्ता कंपनी को खूब खरी-खोटी सुना रहे हैं। यूजर्स कर्मचारी को ऐसे मामलों के लिए बर्खास्त किए जाने को लेकर कंपनी की आलोचना कर रहे हैं। वहीं, एक यूजर ने निकाले गए कर्मचारी की दुर्दशा के बारे में बताया कि उसे इसके बाद वित्तीय संघर्ष का सामना करना पड़ सकता है। उसका कोई बड़ा गुनाह नहीं था। उसने कोई बड़ी गलती भी नहीं की थी, जिससे कंपनी का नाम खराब होता है या फिर उसे कंपनी को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा हो। वह सात साल में केवल 20 मिनट की देरी से पहुंचा, वह भी पहली बार।
यूजर्स ने अपने-अपने अनुभव भी कमेंट बॉक्स में शेयर किए
वहीं, एक यूजर ने कमेंट बॉक्स में लिखा कि कंपनी उस कर्मचारी से छुटकारा पाना चाहता था और देरी से आने के लिए यह सजा सिर्फ एक बहाना थी। उसकी जगह वे किसी और शख्स को पेरोल पर रखना चाहते थे। बहरहाल, इस पोस्ट को पढ़ने के बाद कुछ यूजर्स ने अपने इसी तरह के अनुभव को कमेंट बॉक्स में लिखा है। एक यूजर ने लिखा, बर्फीले तूफान की वजह से उन्हें एक बार ऑफिस पहुंचने में देरी हुई, मगर उसे काम से नहीं निकाला गया।
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