दूसरे बच्चे के जन्म के बाद, एक ब्रिटिश व्यक्ति ने अपना घर छोड़कर अपने बगीचे में एक तंबू लगा लिया। बढ़ती जिम्मेदारियों और नौकरी के दबाव के बीच तालमेल बिठाने में असमर्थ होने के कारण, उन्होंने घर छोड़ तंबू में रहना शुरू कर दिया। रिपोर्ट्स के अनुसार, 38 वर्षीय यह व्यक्ति एक स्कूल शिक्षक है।
हाल ही में, कैम्ब्रिज, यूके में रहने वाले स्टुअर्ट और उनकी पत्नी क्लो हैमिल्टन के दूसरे बच्चे का जन्म हुआ। उनके बड़े बेटे फैबियन दो साल के हैं। स्टुअर्ट और उनकी पत्नी ने अपने दूसरे बच्चे के जन्म का खुशी-खुशी स्वागत किया, लेकिन बाद में उनके जीवन में अप्रत्याशित चुनौतियाँ आ गईं।
बच्चे के जन्म के कुछ दिनों बाद ही स्टुअर्ट गहरे तनाव में आ गए। इसकी वजह कुछ और नहीं बल्कि उनका प्रोफेशनल और पर्सनल लाइफ को बैलेंस न कर पाना था। उन्हें बच्चों की परवरिश में कठिनाइयों का सामना करना पड़ा।
अपनी पत्नी और बच्चों के साथ घर में रहने में कठिनाई होने के कारण, उन्होंने घर छोड़ने का फैसला किया। उन्होंने अपने घर के बगीचे में एक तंबू लगाया और उसमें रहने लगे। स्टुअर्ट के इस अप्रत्याशित कदम ने न केवल उनके परिवार के सदस्यों, बल्कि पड़ोसियों को भी चौंका दिया। सबसे पहले, सभी ने सोचा कि पति-पत्नी के बीच मतभेद के कारण यह अलगाव हुआ होगा। हालांकि, स्टुअर्ट की पत्नी अपने पति की मानसिक स्थिति को अच्छी तरह समझ पाई।
अपने पति के व्यवहार में बदलाव देखकर, क्लो ने कहा कि जब एक बच्चा पैदा होता है, तो हर कोई माँ की भलाई के बारे में पूछता है, लेकिन कोई भी पिता की भलाई के बारे में बात नहीं करता। उन्होंने कहा कि पिता का मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य भी उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कि माँ का।
उन्होंने आगे कहा कि प्रसवोत्तर अवसाद केवल माताओं को ही नहीं, बल्कि पिताओं को भी हो सकता है, और समाज को इसे समझना चाहिए। पुरुषों को भी बिना किसी हिचकिचाहट के पर्याप्त आराम करने के लिए तैयार रहना चाहिए।