लड़की बनने के लिए हर रकम अदा करने को तैयार था, सेक्स चेंज कराकर जब घर पहुंचा, तो गांव वाले कपड़े उतारने लगे

बिहार के कटिहार जिले की रहने वाली माही इन दिनों नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन में बतौर टिकट कलेक्टर कार्यरत हैं। मगर इसके अलावा भी उन्होंने  कई सम्मान हासिल किए हैं। इसे पाने के लिए उन्होंने बहुत संघर्ष झेले हैं। 

Asianet News Hindi | / Updated: Jun 24 2022, 02:16 PM IST

नई दिल्ली। वह पैदा तो हुई लड़के के तौर पर, मगर उसे शुरू से लगता था कि एक लड़की है। चाल-ढाल, हाव-भाव और बातचीत का तरीका, सब कुछ लड़कियों वाला था। घर वाले सोचते की उम्र के साथ सब ठीक हो जाएगा, मगर उनके मुताबिक हालात सुधरने के बजाय बिगड़ते गए, जब माही को खुद लगता कि हालत बिगड़ नहीं, सुधर रहे हैं। 

बिहार के कटिहार जिले की रहने वाली माही गुप्ता आज किसी पहचान की मोहताज नहीं हैं। मगर इस पहचान को हासिल करने के लिए उन्होंने अपनी जिंदगी में बहुत संघर्ष किया है। घर वालों की नाराजगी झेली। गांव वालों की बदसलूकी झेली। लोगों के ताने सुने और सहे। बाजार में लोगों के नजरों के तीर चुभवाए, मगर वह अपने संकल्प से नहीं डिगीं। इसी का नतीजा है कि उन्होंने एक अलग मुकाम हासिल किया। 

सेक्स चेंज कराने के लिए डॉक्टरों ने जो रकम बताई, वह बहुत ज्यादा थी 
माही को मॉडलिंग के ऑफर भी मिले। उन्होंने बिहार ब्यूटी पेजेंट अवॉर्ड भी हासिल किया और अब लोग उन्हें सम्मानभरी निगाहों से देखते हैं। माही के अनुसार, घर पर किसी तरह 12वीं तक पढ़ाई की, इसके बाद वहां रहना मुश्किल साबित हो रहा था, तो भागकर मुंबई पहुंची। वहां डॉक्टरों से मिली, जिससे सेक्स चेंज कराया जा सके। मगर जो रकम बताई गई, उसे सुनकर लगा कि मैं अपने सपने कभी पूरे नहीं कर पाऊंगी। 

करीब दो साल में दस लाख रुपए खर्च कर सेक्स चेंज कराया 
फिर भी कोशिश करने लगी। एक दिन में चार-चार तरह से पैसे कमाने लगी। एनजीओ में काउंसलिंग करती। बच्चों को ट्यूशन पढ़ाती। महिलाओं को खिलौने बनाना सिखाती और घर पर ही टिफिन सर्विस शुरू की। इनसे जो पैसे मिलते, उनसे धीरे-धीरे सर्जरी कराती रही। हार्मोन के इंजेक्शन लेती रही। यह प्रक्रिया करीब डेढ़ साल चली, तब जाकर मेरा सेक्स चेंज हो सका, मगर इसमें 9 से दस लाख रुपए लग गए थे। 

कई अवॉर्ड जीते, जिन्होंने कभी इज्जत उतारनी चाही, आज वे सम्मान करते हैं 
2019 में तक मुंबई में रही। वहां मॉडलिंग शुरू की। इससे पहले, 2017 में मिस बिहार ब्यूटी पेजेंट में हिस्सा लिया और ट्रांसजेंडर केटेगरी में जीत दर्ज की। 2018 में मुंबई ट्रांसक्वीन इंडिया प्रतियोगिता में भी भाग लिया। इसमें टॉप-10 में शामिल रही। 2019 में कलर पॉजिटिव की मॉडल बनी और महिला श्रेणी में हिस्सा लिया। इसके बाद 12 नवंबर 2020 नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन की तरफ से उन्हें स्पेशल अवॉर्ड दिया गया। इससे पहले, जब वे सेक्स चेंज कराकर घर पहुंची थी, तब गांव वालों ने उनके कपड़े उतारने शुरू कर दिए। घर वाले भी बचाने नहीं आए। किसी तरह पुलिस को बुलवाकर अपनी जान बचाई, मगर आज वहीं गांव वाले और घरवाले माही का सम्मान करते हैं। 

हटके में खबरें और भी हैं..

मां-बेटी की जोड़ी ऑनलाइन पोस्ट करती है ऐसा कंटेट 5 मिनट के मिलते है एक लाख रुपए 

ये मॉडल नहीं ड्राइवर है, 3 करोड़ की ट्रक में सड़क पर निकलती है तब देखिए इसका ग्लैमरस अंदाज 

प्यार करना-संबंध बनाना...पत्नी की आंखों पर पट्टी बांध खुश करता था 'पति', 10 महीने बाद पता चला हसबैंड का शॉकिंग सच

Share this article
click me!