फेसबुक-ट्विटर पर ऑक्सीजन और दवाओं की मांग करने के दौरान न करें ये गलती, नहीं तो पकड़ लेगी पुलिस

कोरोना महामारी में ऑक्सीजन सिलेंडर की मांग तेजी से बढ़ी है। फेसबुक से लेकर ट्विटर तक कुछ लोग सिलेंडर की मांग कर रहे हैं तो कुछ उस डिमांड को पूरा कर रहे हैं। ऐसे में यूपी पुलिस ने ऑक्सीजन की सप्लाई को लेकर अफवाह फैलाने के आरोप में एक व्यक्ति के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। 
 

Asianet News Hindi | Published : Apr 28, 2021 8:56 AM IST / Updated: Apr 28 2021, 04:16 PM IST

लखनऊ. कोरोना महामारी में ऑक्सीजन सिलेंडर की मांग तेजी से बढ़ी है। फेसबुक से लेकर ट्विटर तक कुछ लोग सिलेंडर की मांग कर रहे हैं तो कुछ उस डिमांड को पूरा कर रहे हैं। ऐसे में यूपी पुलिस ने ऑक्सीजन की सप्लाई को लेकर अफवाह फैलाने के आरोप में एक व्यक्ति के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। 

कोविड नहीं, दिल का दौरा पड़ने से निधन
शशांक यादव नाम के ट्विटर यूजर ने अपने दादा के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर की अपील मांग की। हालांकि ट्वीट में यह नहीं बताया गया कि उसके दादा कोविड -19 संक्रमित हैं या नहीं। दादा का बाद में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया।

ट्वीट पर स्मृति ईरानी ने रिएक्ट किया 
शशांक यादव ने सोमवार शाम एक SOS भेजा और अभिनेता सोनू सूद को टैग किया और मदद मांगी। शशांक यादव के दोस्त अंकित ने मैसेज शेयर किया और पत्रकार आरफा खानम शेरवानी से मदद मांगी। कुछ घंटों बाद एक ट्वीट पोस्ट किया, जिसमें शशांक यादव के दादा के लिए मदद मांगी गई थी। शेरवानी ने केंद्रीय मंत्री और अमेठी की सांसद स्मृति ईरानी को भी टैग किया।

इन मैसेज में से किसी ने भी उल्लेख नहीं किया कि शशांक यादव ने कोविड -19 मरीज के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर मांगा।

ट्वीट के तुरंत बाद स्मृति ईरानी ने जवाब दिया, उन्होंने कहा कि शशां यादव को कई बार फोन किया लेकिन फोन नहीं उठा। ईरानी ने कहा कि जिला मजिस्ट्रेट और अमेठी पुलिस को फॉलोअप करने के लिए भी कहा गया। 

स्मृति ईरानी ने कहा- मैंने फोन किया
थोड़ी देर बाद शशांक यादव के दादा का निधन हो गया। स्मृति ईरानी ने अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा, आपने जो नंबर शेयर किया था उसपर किसी ने फोन नहीं उठाया। काश आप फोन उठा लेते। सीएमओ और अमेठी पुलिस आपकी मदद करती। 

प्राइवेट हॉस्पिटल में चल रहा था इलाज
मंगलवार दोपहर को अमेठी के जिला मजिस्ट्रेट अरुण कुमार ने पत्रकार आरफा खानम शेरवानी के ट्वीट का जवाब दिया और सीएमओ की रिपोर्ट शेयर की, जिसमें कहा गया था कि शशांक यादव के दादा कोविड-19 के मरीज नहीं थे। लेकिन ये सच है कि दुर्गापुर के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में उनका इलाज चल रहा था। 

पुलिस ने चेतावनी देकर छोड़ दिया
शाम के बाद पुलिस ने शशांक यादव के ट्वीट का जवाब दिया और कहा कि 88 साल के उनके दादा को कोरोना नहीं था। दिल का दौरा पड़ने से उसकी मृत्यु हो गई। अमेठी पुलिस ने कहा, इस समय यह न केवल निंदनीय है, बल्कि सोशल मीडिया पर इस तरह का डर पैदा करने वाले पोस्ट करना कानूनी अपराध है।

अमेठी के पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार ने कहा कि शशांक यादव को ऑक्सीजन की कमी के बारे में सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने के लिए रिपोर्ट दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि हमने चेतावनी देकर शशांक को छोड़ दिया है। लेकिन ये उन लोगों के लिए मैसेज है जो महामारी के बीच गलत सूचना फैला रहे हैं।

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