सोफे ने ले ली 11 महीने के मासूम की जान, मां ने बताई दिल दहला देने वाली कहानी

उस भयानक घटना को याद कर निकाइला कांप उठती हैं। निकाइला का पूरा परिवार इस सदमे से बाहर नहीं निकल पा रहा है।

Piyush Singh Rajput | Published : Nov 8, 2022 11:37 AM IST / Updated: Nov 08 2022, 05:13 PM IST

ट्रेंडिंग डेस्क. लास वेगस में घटी ये घटना दिल दहला देने वाली और हर मां-बाप के लिए एक चेतावनी है। ये कहानी है निकाइला बियेर की, जिसने पल भर में अपनी जान के टुकड़े को खो दिया। निकाइला ने बतया कि कैसे उनके घर पर रखे एक रिक्लाइनर सोफे ने उनके 11 महीने के नवजात बच्चे की जान ले ली।

निकाइला ने बताई दिल दहला देने वाली घटना

निकाइला ने अपनी ये दर्दनाक कहानी उस घटना के 6 महीने बाद लोगों से साझा की। खुद को अभागन मां कहने वाली इस महिला ने कहा, 'अपने दूसरे बच्चे राइडर को जन्म देने के बाद हम दोनों इसी साल अप्रैल में एक नए और बड़े घर में शिफ्ट हो गए थे। घर पर अनपैकिंग पूरी नहीं हो पाई थी, हर ओर डब्बे बिखरे पड़े थे और वो सोफा...ये कहते हुए निकाइला सहम जाती हैं।

फिर आया जीवन का सबसे भयानक दिन

निकाइला की आवाज में भारीपन आ जाता है, वो खुद को संभालते हुए कहती हैं- 'हम वो सोफा पिछले साल ही घर लाए थे। वो एक इलेक्ट्रिक रिक्लाइनर सोफा था, जिसका सामने का हिस्सा बटन से कंट्रोल होता था। उन्होंने आगे बताया कि कैसे 8 मई 2022 को उनके जीवन का सबसे भयानक दिन आया, जिसने सबकुछ तबाह कर दिया।

टॉयलेट तक गई और सबकुछ बदल गया

वे कहती हैं, 'मैंने बच्चों को संभालने के लिए कुछ समय के लिए नौकरी छोड़ दी थी। मेरा दूसरा बच्चा राइडर बहुत ही प्यारा बच्चा था। कुछ समय पहले ही उसने चलना सीखा था। 8 मई की दोपहर सारे काम करने के बाद मैं घर के सारे दरवाजे बंद करने लगी, तबतक राइडर वहीं था। मैं एक मिनट के लिए उठकर टॉयलेट की ओर गई और मुझे लगा कि किसी खिलौने के गिरने जैसी आवाज आई है।'

सोफे ने ले ली राइडर की जान

तभी मैंने देखा कि मेरी बड़ी बेटी ऑब्रियेना राइडर को पुकारती हुई टॉयलेट तक आ पहुंची। वो प्यार से राइडर को 'बब्बा' बुलाती थी। मैंने अपने बच्चे को खोजना शुरू किया, सारे कमरे देखे पर वो कहीं नहीं मिला। मैं काफी डर गई थी, मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था। सब जगह देखने के बाद मैं न चाहते हुए भी उस रिक्लाइनर सोफे के पास पहुंची। जैसे ही मैंने रिक्लाइनर सोफे को पूरा खोलने का बटन दबाया, मेरे पैरों तले जमीन खिसक गई। मेरी जान का टुकड़ा उस सोफे की रिक्लाइनिंग पाइप के बीच में बेजान फंसा था।'

आज भी सदमे में पूरा परिवार

उस भयानक घटना को याद कर निकाइला कांप उठती हैं। निकाइला ने बताया कि वो किस भयानक दौर से गुजरी जब उन्होंने अपने बेजान बेटे को सोफे के बीच से बाहर निकाला। उसने कहा, राइडर का चेहरा नीला पड़ गया था। मुझे समझ नहीं आ रहा था कि ये सब क्या हो गया, वो कैसे अचानक यहां आ गया। मैं शायद इस बात को समझ ही नहीं पा रही थी। निकाइला ने कहा कि वो इसके लिए खुद को दोषी मानती हैं, न वो रिक्लाइनर सोफा घर लाया गया होता और न राइडर के साथ ऐसी घटना होती। निकाइला का पूरा परिवार इस सदमे से बाहर नहीं निकल पा रहा है। हालांकि, उन्होंने ये घटना लोगों से साझा की जिससे माता-पिता अपने नवजात बच्चों को लेकर लापरवाही न बरतें।

यह भी पढ़ें : पूरा का पूरा स्कूल ही चुरा ले गए चोर, गूगल मैप से भी गायब हुई इमारत

ऐसे ही आर्टिकल्स पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें...

Share this article
click me!