फिल्म थ्री ईडियट्स की प्रेरणा वांगचुक ने बताए जीवन में सफल होने के 3 राज

अपने वक्तव्य में वांगुचक कहते हैं कि किसी चीज को सीखने के लिए आपको माता-पिता या शिक्षकों की जरूरत नहीं है।

Piyush Singh Rajput | Published : Nov 28, 2022 7:04 AM IST / Updated: Nov 28 2022, 01:31 PM IST

करियर डेस्क. फिल्म थ्री ईडियट्स की प्रेरणा यानी असल जीवन के फुनसुख वांगड़ू, सोनम वांगचुक ने जीवन में सफल होने के 3 राज बताए हैं। कार्यक्रम ईशा इनसाइट : द डीएनए ऑफ सक्सेस (Isha Insights) में लद्दाक के इंजीनियर व हेल (HAIL) के डायरेक्टर वांगचुक ने बताया कि कैसे जिज्ञासा, सहानुभूति और किसी चीज को लेकर पहल करना, ये तीन चीजें ही आपकी सफलता की कहानी लिखते हैं। वांगचुक अपनी सफलता का श्रेय भी इन तीनों को ही देते हैं।

सीखने के लिए शरीर में है सॉफ्टवेयर

अपने वक्तव्य में सोनम वांगुचक (Sonam Wangchuk) कहते हैं कि किसी चीज को सीखने के लिए आपको माता-पिता या शिक्षकों की जरूरत नहीं है। मानव शरीर प्राकृतिक रूप से सीखने के लिए ही बना है। हमारे हार्डवेयर में एक जिज्ञासा नाम का सॉफ्टवेयर पहले से इंस्टॉल किया गया है, जिससे हम किसी चीज को आसानी से सीख सकते हैं। बस इसे इस्तेमाल करने की जरूरत होती है।

जिज्ञासा रूपी सॉफ्टवेयर को न रोकें

वांगचुक के मुताबिक आजकल पेरेंट्स व टीचर्स जाने अनजाने में बच्चों के अंदर इंस्टॉल जिज्ञासा नाम के सॉफ्टवेयर को डिलीट कर देते हैं और फिर सोचते हैं कि हमारा बच्चा आखिर पढ़ाई में ध्यान क्यों नहीं देता। आज का एज्युकेशन सिस्टम कई खामियों के साथ चल रहा है, जिसमें हर जगह बस वही घिसी पिटी चीजें बच्चों को पढ़ाई जा रही हैं। जबकि उन्हें असल जिंदगी की कुछ समस्याओं को हल करके प्रैक्टिल बनाने की जरूरत है।

बिजनेस दिमाग के साथ दिल से भी करें

वांगचुक ने आगे कहा कि सफलता की कहानी में दूसरी सबसे जरूरी चीज है सहानुभूति। आजकल जितने भी नए बिजनेस शुरू होते हैं, उनका जन्म ही लोगों की समस्या को सुलझाने से होता है। ऐसे में लोगों की समस्या को सुलझाकर अपना व्यापार चला रहे लोगों को किसी प्रचार-प्रसार की आवश्यकता ही नहीं पड़ती। ऐसे व्यापार में अगर आप सहानुभूति का भाव भी जोड़ दें, तो ये लंबे समय तक बिना रुके चलेगा।

आपको सफल होने से कोई नहीं रोक सकता

इसके बाद वांगचुक ने कहा कि केवल सहनुभूति काफी नहीं होती, इसके साथ किसी चीज को करने की पहल यानी initiative भी बेहद जरूरी है। ऐसे में जिज्ञासा, सहानुभूति और पहल जीवन के तीन प्रमुख स्तंभ बन जाते हैं, जो आपको सफल होने में मदद करते हैं। वे कहते हैं कि एक अच्छा इंटरप्रेन्योर बनने के लिए आपको दिल से अच्छा बनना होगा, जब आप दूसरों की खुशी और उनकी इच्छापूर्ति के बारे में सोचने लगेंगे तब आप अपनी सफलता की नई कहानी लिखेंगे।

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