बिहार के चंपारण में आने वाले बेतिया में उस वक्त सनसनी फैल गई थी जब रामजानकी मंदिर में दर्शन करने पहुंचे भक्तों ने वहां सिर कटी लाश देखी।
ट्रेंडिंग डेस्क. शॉकिंग मर्डर सीरीज में आज हम आपको बता रहे हैं एक बेजुबान पुजारी की निर्मम हत्या की खौफनाक कहानी के बारे में। बिहार के बेतिया में रहने वाले लोगों के तब रोंगटे खड़े हो गए थे जब रामजानकी मंदिर के पुजारी रुदल प्रसाद बरनवाल का धड़ मंदिर के पास मिला था और ठीक उसी वक्त उनका सिर दो किलोमीटर दूर काली मंदिर में चढ़ा हुआ मिला।
दर्शन करने पहुंचे भक्तों ने देखी सिर कटी लाश
ये घटना 10 अगस्त 2022 की है। बिहार के चंपारण में आने वाले बेतिया में उस वक्त सनसनी फैल गई थी जब रामजानकी मंदिर में दर्शन करने पहुंचे भक्तों ने वहां सिर कटी लाश देखी। किसी को समझ नहीं आ रहा था कि ये कौन है, मंदिर का पुजारी रुदल प्रसाद भी गायब था। तत्काल घटना की सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस जबतक घटनास्थल पर पहुंचती, उसके पहले ही कुछ ही दूरी पर बने काली मंदिर से दिलदहला देने वाली खबर आई।
काली मंदिर में मिला पुजारी का सिर
काली मंदिर में एक सिर देवी को अर्पित किया गया था। ये सिर किसी और का नहीं बल्कि राम जानकी मंदिर के बेजुबान पुजारी रुदल प्रसाद बरनवाल का था। रुदल प्रसाद बोल नहीं सकते थे और मंदिर में सेवा कर जीवन गुजार रहे थे। पुजारी की इस नृशंस हत्या से पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई, लोगों में इसे लेकर जमकर आक्रोश भी था जिसकी वजह से पुलिस पर हत्यारे को जल्दी पकड़ने का दबाव भी बढ़ता जा रहा था।
ऐसे पकड़ा गया साइको किलर
शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवा दिया गया और एफएसएल की टीम ने घटना स्थल से साक्ष्य जुटाने शुरू किए। इसके बाद पुलिस के हाथ एक चप्पल लगी, जिससे हत्यारे तक पुलिस पहुंच गई। एसपी उपेंद्र नाथ ने मीडिया को बताया कि पुजारी की हत्या साइको किलर अक्षयलाल कुमार ने की थी, जो पास ही के गांव में रहता था। इसके बाद आरोपी ने पूरी वारदात और उसके पीछे का कारण बताया, जो होश उड़ाने वाला था। साइको किलर ने बताया कि उसे हत्या से एक दिन पहले रास्ते में एक देवदूत मिला था, वह तेज रोशनी के साथ उसके सामने प्रकट हुआ और सफेद वस्त्र धारण किया था। उस देवदूत ने रामजानकी मंदिर के पुजारी का नाम लेते हुए कहा कि इसका अंत समय आ गया है, इसे मार दो। जिसके बाद आरोपी ने बेरहमी से रुदल प्रसाद का सोते वक्त गला काट दिया।
गला काटने के बाद की पूजा
गला काटने के बाद आरोपी ने रुदल प्रसाद का सिर अपने साथ लिया और काली मंदिर में पूजा की तैयारी की। उसने इसके पहले खेत में कुम्हड़े की भी बलि दी और नहाने के बाद सिर लेकर काली मंदिर में पूजन किया। लेकिन अपनी चप्पल और मृतक के गमछे की वजह से वह पकड़ा गया। इस मामले में साइको किलर अक्षयलाल कुमार पर हत्या का मामला दर्ज कर उसे कोर्ट में पेश किया गया।
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