World Population Day 2023 : दुनिया का सबसे जवान देश है भारत, 5 पॉइंट्स में जानें चीन-जापान से हम क्यों बेहतर
ट्रेंडिंग डेस्क : दुनिया की 800 करोड़ आबादी में भारत-चीन की जनसंख्या ही 285 करोड़ है। हमारे देश की आधी से ज्यादा आबादी जवान है। जहां चीन, जापान और अमेरिका कहीं नहीं टिकते। आज वर्ल्ड पॉपुलेशन डे पर आइए जानते हैं जनसंख्या से जुड़े दिलचस्प 5 फैक्ट्स...
UNFPA की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इसी साल अप्रैल में भारत ने जनसंख्या के मामले में चीन को पीछे छोड़ दिया है। रिपोर्ट बताती है कि भारत की आबादी चीन से 29 लाख ज्यादा हो गई है। चीन की पॉपुलेशन 142.57 करोड़ और भारत की 142.86 करोड़ है। संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में अनुमान है कि 2100 तक भारत की आबादी 1.5 अरब पार कर सकती है।
2. भारत की आधी आबादी जवान
भारत दुनिया का सबसे जवान देश है और अगले 50 साल तक सबसे युवा देश का तमगा भी हमारे ही पास रहने वाला है। यूएन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत की आधी आबादी की उम्र 25 से 64 साल है। 40 प्रतिशत आबादी 25 साल से कम है। देश में बुजुर्गों की संख्या सिर्फ 7 प्रतिशत ही है। इस लिहाज से भारत की आबादी की औसत उम्र करीब 28 साल है। जबकि चीन की 39, अमेरिका की 38 और जापान की 40 साल से ऊपर है।
3. भारत की आबादी कब-कब कितनी बढ़ी
आजादी के बाद 1951 में भारत की आबादी सिर्फ 36.1 करोड़ थी। अगले 30 साल में 68.3 करोड़ हो गई। यूएन की एक रिपोर्ट बताती है कि पिछले 70 साल में ही इंडिया की पॉपुलेशन करीब एक अरब तक बढ़ गई है। हालांकि, चिंता की बात इसलिए भी नहीं है क्योंकि आंकड़े बताते हैं कि जनसंख्या में वृद्धि दर काफी कम है। बीबीसी की एक रिपोर्ट के अनुसार, 1950 से 1990 तक भारत की जनसंख्या 2 प्रतिशत की दर से बढ़ी, जो वर्तमान में 0.68 प्रतिशत तक कम हुई है।
4. चीन से बेहतर हैं हम
हमारे देश की प्रजनन दर (Fertility Rate) चीन के मुकाबले काफी बेहतर है। नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत की औसत प्रजनन दर 2 बच्चे प्रति महिला है। 38 साल पहले यह 3.8 थी। वहीं, चीन की औसत प्रजनन दर 1.2 और अमेरिका की 1.6 है।
5. चीन में बच्चे पैदा करने की पहल
चीन की जनसंख्या में लगातार गिरावट आ रही है। इसके चलते वहां की सरकार चिंता में है। अब चीन में बच्चे पैदा करने का लालच दिया जा रहा है। इसी साल मार्च में एक प्रस्ताव पारित कर कहा गया है कि बच्चे पैदा करने वालों को कई तरह के लाभ दिए जाएंगे। इसमें बच्चे पैदा करने के लिए चीन में टैक्स में छूट, घर खरीदने पर सब्सिडी, तीसरे बच्चे की पढ़ाई में मदद जैसी योजनाएं लाई गई हैं।