नए संसद भवन के उद्घाटन के बाद पीएम ने सभी धर्म गुरुओं का आशीर्वाद लिया और निर्माण कार्य करने वाले श्रमिकों को सम्मानित किया।
ट्रेंडिंग डेस्क. रविवार 28 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए संसद भवन (New Parliament Building) का उद्घाटन किया। इस अवसर पर सर्वधर्म सभा में सनातन धर्म के सभी धर्मगुरु बौद्ध, जैन, पारसी, सिख आदि धर्मगुरु ने अपनी-अपनी प्रार्थनाएं कीं और नए संसद भवन को लेकर अपने विचार प्रकट किए। सभी धर्मगुरुओं ने इस अवसर को विविधता में एकता दर्शाने वाला ऐतिहासिक क्षण बताया।
धर्म गुरुओं ने नए संसद भवन को लेकर कही ये बात
नए संसद भवन में आयोजित सर्वधर्म सभा की प्रार्थना में पीएम मोदी, लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला सहित कई केंद्रीय मंत्री व राज्यों के मुख्यमंत्री उपस्थित रहे। इस अवसर पर भारत में यहूदी समुदाय के प्रमुख इज़ेकील इसाक मलेकर ने कहा कि हम सभी ने मिलकर विविधता में एकता का संदेश दिया है। वहीं हिमालयन बुद्धिस्ट कल्चरल एसोसिएशन के अध्यक्ष लामा चोसपल ने कहा कि सभी को इसी तरह एकजुट होकर और राजनीति को परे रखकर देश हित में कार्य करने चाहिए।
नए संसद भवन का उद्घाटन ऐतिहासिक क्षण
इस अवसर पर आचार्य लोकेश मुनि ने कहा, 'नए संसद भवन में 'धर्मदंड' स्थापित किया गया। आज हम इस ऐतिहासिक पल के साक्षी बने हैं।' वहीं सिख गुरु बलबीर सिंह ने कहा कि सभी को इसी तरह एकसाथ मिलकर देश के विकास के लिए कार्य करना चाहिए। गुरु बलबीर सिंह ने आगे कहा, ‘मैं खुद को राजनीति से बहुत दूर रखता हूं। मैं बस यही कहना चाहता हूं कि नया संसद भवन बनना एक बहुत अच्छी बात है और सभी को साथ मिलकर आगे बढ़ना चाहिए।’
पीएम मोदी ने लिया धर्म गुरुओं का आशीर्वाद
बता दें कि नए संसद भवन के उद्घाटन अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शक्ति व सत्ता के प्रतीक, 'सेंगोल' (Sengol) को नए संसद भवन में स्थापित किया। 'सेंगोल' को लोकसभा स्पीकर की चेयर के पास लगाया गया है। नए संसद भवन के उद्घाटन के बाद पीएम ने सभी धर्म गुरुओं का आशीर्वाद लिया और निर्माण कार्य करने वाले श्रमिकों को सम्मानित किया।
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