श्वेता तिवारी (Shweta Tiwari) के एक पुराने कर्मचारी राजेश पाण्डेय ने एक्ट्रेस पर धोखाधड़ी करने और पैसे ना लौटाने का आरोप लगाया है। इसके साथ ही राजेश ने श्वेता और उनकी वॉट्सऐप चैट के कुछ स्क्रीनशॉट भी शेयर किए हैं जिसमें श्वेता ने पहले उन्हें नजरअंदाज किया और बाद में ब्लॉक कर दिया। इस मामले पर लंबे समय तक चुप रहने के बाद अब श्वेता ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए महज पब्लिसिटी स्टंट बताया है।
मुंबई। श्वेता तिवारी (Shweta Tiwari) के एक पुराने कर्मचारी राजेश पाण्डेय ने एक्ट्रेस पर धोखाधड़ी करने और पैसे ना लौटाने का आरोप लगाया है। इसके साथ ही राजेश ने श्वेता और उनकी वॉट्सऐप चैट के कुछ स्क्रीनशॉट भी शेयर किए हैं जिसमें श्वेता ने पहले उन्हें नजरअंदाज किया और बाद में ब्लॉक कर दिया। इस मामले पर लंबे समय तक चुप रहने के बाद अब श्वेता ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए महज पब्लिसिटी स्टंट बताया है।
टीडीएस के पैसे मांग रहा : श्वेता
हाल ही में एक एंटरटेनमेंट पोर्टल से बातचीत में श्वेता तिवारी ने कर्मचारी राजेश द्वारा लगाए गए सभी आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि वो शख्स मुझसे टीडीएस के लिए काटे गए 12 हजार रुपए मांग रहा है। वो सिर्फ मेरे नाम से पब्लिसिटी बटोरने की कोशिश कर रहा है्।
मैंने पैसे मांगे तो श्वेता ने ब्लॉक कर दिया :
एक इंटरव्यू में राजेश ने बताया कि वो लॉकडाउन के बाद तंगहाली से गुजर रहे हैं और उनके पास घर का किराया देने तक के पैसे नहीं हैं। राजेश ने अपने स्क्रीनशॉट्स में दिखाया कि कैसे श्वेता ने पहले उनके सभी मैसेज का जवाब नहीं दिया और कुछ दिनों बाद उन्हें ब्लॉक कर दिया। राजेश का कहना है कि उन्होंने जनता के सामने ये बात इसलिए रखी है ताकि श्वेता पर उनके पैसे वापस देने का दबाव बने।
8 साल पहले श्वेता की एकेडमी से जुड़ा था राजेश :
श्वेता के पुराने कर्मचारी राजेश का कहना है कि 8 साल पहले मैं 2012 में श्वेता की एक्टिंग एकेडमी से जुड़ा था। मैं वहां बच्चों को एक्टिंग सिखाता था लेकिन जब बच्चे आने बंद हुए तो दो साल पहले उस एकेडमी को बंद करना पड़ा। आज दो साल हो गए हैं और ना ही उन्होंने मेरी बची सैलरी दी और ना ही इनकम टैक्स के नाम पर काटे हुए पैसे दे रही हैं। श्वेता तिवारी मेरी एक महीने की बची हुई सैलरी 40 हजार नहीं दे रही हैं। इतना ही नहीं, उन्होंने सैलरी का 10% टैक्स के नाम पर काटा लेकिन उसे भी इनकम टैक्स डिपार्टमेंट में जमा नहीं करवाया, जो करीब 12 हजार रुपए है।