तो क्या TRP के लिए मेकर्स ने उड़ाया 'गरीबी' का मजाक? भड़के लोगों ने लगा दी नेहा कक्कड़ की क्लास

एक प्यार का नगमा है.. और जिंदगी की ना टूटे लड़ी.. जैसे सदाबहार गीत लिखने वाले  मशहूर गीतकार संतोष आनंद (Santosh anand) को हाल ही में इंडियन आइडल में बुलाया गया। इस दौरान संतोष जी को देखकर न सिर्फ वहां मौजूद लोगों की आंखें नम हो गईं, बल्कि उन्हें टीवी पर देख रहे लोग भी बेहद भावुक हो गए। इसी दौरान नेहा कक्कड़ ने संतोष आनंद को 5 लाख रुपए की मदद की। 

Asianet News Hindi | Published : Feb 23, 2021 6:58 AM IST

मुंबई। एक प्यार का नगमा है.. और जिंदगी की ना टूटे लड़ी.. जैसे सदाबहार गीत लिखने वाले  मशहूर गीतकार संतोष आनंद (Santosh anand) को हाल ही में इंडियन आइडल में बुलाया गया। इस दौरान संतोष जी को देखकर न सिर्फ वहां मौजूद लोगों की आंखें नम हो गईं, बल्कि उन्हें टीवी पर देख रहे लोग भी बेहद भावुक हो गए। इसी दौरान नेहा कक्कड़ ने संतोष आनंद को 5 लाख रुपए की मदद की। इंडियन आइडल के सेट पर हुई इस घटना के बाद कुछ लोग जहां संतोष जी की मदद करने के लिए मेकर्स की तारीफ कर रहे हैं तो वहीं कई लोग ऐसे भी हैं, जो कह रहे हैं कि टीआरपी के लिए ये लोग कितना गिर सकते हैं। 

Indian Idol 12:Neha Kakkar has donated Rs 5 lakh to veteran lyricist Santosh  Anand - YouTube

बता दें कि इंडियन आइडल 12 (indian idol 12) में पहुंचे संतोष आनंद ने अपनी जिंदगी और बेटे-बहू की मौत की कहानी सुनाई, जिसे सुनकर हर कोई फूट-फूटकर रोया। इसके साथ ही उन्होंने कहा- मेरा हौसला टूटा है मगर कलेजा नहीं। संतोष आनंद की बातें सुनकर नेहा कक्कड़ ने उन्हें अपनी तरफ से 5 लाख रुपए की मदद की। हालांकि सोशल मीडिया पर लोगों का कहना है कि शो में संतोष जी की गरीबी और उनके हालातों का मजाक उड़ाया गया है। टीआरपी के लिए मेकर्स ने एक शख्स की गरीबी को भी बेच दिया।

 

इस वीडियो को देखने के बाद गीतकार मनोज मुंतशिर ने ट्वीट करते हुए लिखा- शर्म आती है जब मीडिया खबर बेचने के लिए इतना गिर जाता है। एक लेखक के स्वाभिमान की धज्जियां उड़ा के रख दीं। #SantoshAnand जी एक अच्छी, सुखी और सार्थक ज़िंदगी जी रहे हैं। कभी मिलो उनसे, उनकी खुद्दारी का कद बड़े-बड़ों को बौना करने के लिए काफी है। शर्म आती है।

 

इस पर आदित्य शाही नाम के एक यूजर ने लिखा- जब नेहा कक्कड़ जैसे आधे दिमाग वाले एक बड़े शो में इस तरह पैसे बांट कर बेइज्जत करेंगे तो मीडिया क्या लिखेगी। इस चैनल की नौटंकी का भी बहुत बड़ा रोल है ऐसा लेख लिखने में..उनको ट्रिब्यूट देने के लिए बुलाया था न कि अपनी दरियादिली कैमरे के सामने दिखाने के लिए। 

 

बता दें कि संतोष आनंद इन दिनों आर्थिक तंगी से गुजर रहे हैं। संतोष आनंद ने अपनी लाइफ में दो फिल्मफियर अवॉर्ड भी जीते हैं। फिल्म इंडस्ट्री के लिए इतना सबकुछ करने के बावजूद वे आज गुमनामी की जिंदगी गुजार रहे हैं। 


 

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