हनुमानजी को कलयुग का जीवंत देवता माना गया है। वैसे तो हनुमानजी की उपासना के लिए अनेक मंत्र, स्त्रोत व स्तुतियों की रचना की गई है, लेकिन उन सभी में बजरंग बाण का विशेष महत्व है।
उज्जैन. ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के अनुसार, जो भी व्यक्ति बजरंग बाण का रोज विधि-विधान से जाप करता है, उसकी हर समस्या का समाधान हो जाता है। बजरंग बाण को विशेष उपाय कर सिद्ध भी किया जा सकता है। ये उपाय किसी भी मंगलवार की रात को कर सकते हैं।
ये है बजरंग बाण सिद्ध करने की विधि
- किसी भी मंगलवार की रात 12 बजे से ये उपाय शुरू करें। सबसे पहले एक चौकी (पटिया) पूर्व दिशा की ओर स्थापित करें। इस पर पीले रंग का कपड़ा बिछा दें।
- इसके बाद नीचे लिखे मंत्र को एक सादे कागज पर लिखकर इसे चौकी पर रख दें- ऊं हं हनुमते रुद्रात्मकाय हुं फट्। अब चौकी की दाईं ओर गाय के शुद्ध घी का दीपक जलाएं।
- इसके बाद चौकी के सामने कुशा के आसन पर बैठ जाएं। अब भगवान से इस प्रकार प्रार्थना करें- हे ईश्वर। मैं (स्वयं का नाम बोलें) आपके आशीर्वाद से बजंरग बाण का पाठ कर रहा हूं। इस कार्य में मुझे पूर्णता प्रदान करें।
- इसके बाद मंत्र का जाप शुरू करें- ऊं हं हनुमते रुद्रात्मकाय हुं फट्। इस मंत्र की 5 माला जाप करें। इस बात का विशेष ध्यान रखें कि मंत्र में जहां पर फट शब्द आए, वहां फट बोलने के साथ 2 उंगलियों से दूसरे हाथ की हथेली पर ताली बजानी है।
- इसके बाद 21 बार लगातार बजरंग बाण का पाठ करें। 21 बार पाठ करने के बाद फिर से ऊं हं हनुमते रुद्रात्मकाय हुं फट् का 5 माला जाप करें।
- अब कागज पर लिखे मंत्र को अपने पूजा स्थान पर रख दें और रोज इसकी पूजा करें। जब ये कागज कट-फट जाए तो इसे किसी नदी में प्रवाहित कर दें।
- इस तरह बजंरग बाण सिद्ध हो जाता है। जब भी आप किसी मुसीबत में हों तो बजंरग बाण का पाठ करें। हनुमानजी की कृपा से आपकी समस्या का समाधान हो सकता है।