नहाते समय बोलना चाहिए ये मंत्र, उससे दूर हो सकता है बुरा समय, दोपहर बाद नहाना नहीं चाहिए

शास्त्रों में दिन के सभी आवश्यक कार्यों के लिए अलग-अलग मंत्र बताए गए हैं। नहाते समय भी हमें मंत्र जाप करना चाहिए।

Asianet News Hindi | Published : Mar 10, 2020 3:09 AM IST

उज्जैन. शास्त्रों में दिन के सभी आवश्यक कार्यों के लिए अलग-अलग मंत्र बताए गए हैं। नहाते समय भी हमें मंत्र जाप करना चाहिए। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के अनुसार स्नान करते समय किसी स्तोत्र का पाठ किया जा सकता है या कीर्तन या भजन या भगवान का नाम लिया जा सकता है। ऐसा करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है। बुरा समय और सभी परेशानियां दूर हो सकती हैं।

स्नान मंत्र का जाप करने से मिलता है तीर्थों में स्नान का पुण्य। इस मंत्र का जाप नहाते समय करना चाहिए।

गंगे च यमुने चैव गोदावरि सरस्वति।।
नर्मदे सिन्धु कावेरि जलऽस्मिन्सन्निधिं कुरु।।

इस मंत्र का अर्थ ये है कि हे गंगा, यमुना, गोदावरी, सरस्वती, नर्मदा, सिंधु, कावेरी नदियों! मेरे स्नान करने के इस जल में आप सभी पधारिए।

किस समय नहाने को कौन-सा स्नान कहते हैं

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