उज्जैन(Ujjain). 18 सितंबर की रात से शनि मार्गी हो चुका है। सभी राशियों पर इसका असर दिखाई देगा। इस समय वृष और कन्या राशि पर शनि की ढय्या तथा वृश्चिक, धनु व मकर राशि पर साढ़ेसाती का प्रभाव है। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. प्रवीण द्विवेदी के अनुसार जिन लोगों पर शनि की साढ़ेसाती या ढय्या का असर हो वे यदि पेड़-पौधे से संबंधित आगे बताए गए 4 में से कोई भी 1 उपाय करें तो शनि दोष की शांति हो सकती है। ये उपाय इस प्रकार हैं
- लाल चंदन की माला को अभिमंत्रित कर शनिवार को शुभ मुहूर्त में पहनने से शनि का अशुभ प्रभाव कम हो सकता है। जिन लोगों पर शनि की साढ़ेसाती या ढय्या का असर हो, वे लोग ये उपाय करें तो शनिदेव प्रसन्न होते हैं।
- शमी वृक्ष की जड़ को विधि-विधान पूर्वक घर लेकर आएं। शनिवार को श्रवण नक्षत्र में किसी योग्य विद्वान से अभिमंत्रित करवा कर काले धागे में बांधकर गले या बाजू में धारण करें। शनिदेव प्रसन्न होंगे तथा शनि के कारण जितनी भी समस्याएं हैं, उनका निदान होगा।
- काले धागे में बिच्छू घास की जड़ को अभिमंत्रित करवा कर शनिवार को श्रवण नक्षत्र में शुभ मुहूर्त में धारण करने से भी शनि संबंधी सभी कार्यों में सफलता मिलती है।
- रोज सुबह पीपल पर जल चढ़ाने और दीपक लगाने से भी शनिदेव प्रसन्न होते हैं।