बांग्लादेश में है देवी का ये प्रसिद्ध शक्तिपीठ, यहां मुस्लिम भी यहां आकर झुकाते हैं सिर

भारत के अलावा आस-पास के अन्य देशों में भी देवी के अनेक शक्तिपीठ हैं। ऐसा ही एक शक्तिपीठ है बांग्लादेश के बगोरा जिले के शेरपुर कस्बे से 28 किलोमीटर दूर भबानीपुर।

Asianet News Hindi | Published : Oct 5, 2019 4:10 AM IST

उज्जैन. यहां नवरात्रि में कलश पूजा होती है, प्रतिमा की नहीं। यहां के पुजारी रवींद्र नाथ भादूरी के अनुसार, नवरात्रि के दौरान इस मंदिर में रोज हजारों श्रृद्धालु आते हैं।

18 शताब्दी में हुआ था मंदिर का जीर्णोद्धार
राजा रामकिशन ने 17वीं और 18वीं शताब्दी के बीच यहां 11 मंदिर बनवाए थे। तब उन्होंने इस मंदिर का भी जीर्णोद्धार करवाया था। यह शक्तिपीठ लगभग पांच एकड़ क्षेत्र में फैला है। यहां देवी के अपर्णा रूप की पूजा होती है। अपर्णा का अर्थ है- जो भगवान शिव को अर्पित है। हर शक्तिपीठ पर देवी के साथ भैरव भी होते हैं। यहां के भैरव का नाम वामन हैं।

Latest Videos

यहां गिरी देवी सती की पायल
यहां दिन में तीन बार आरती की परपंरा है। सुबह की आरती को बाल्य भोग कहा जाता है। दोपहर की आरती में अन्न भोग और शाम को महाभोग कहा जाता है। यहां स्थापित भैरव का नाम वामन है। आम दिनों में यहां काली की पूजा होती है। लेकिन नवरात्रि में कलश पूजा की परंपरा है। मान्यता है कि यहां देवी के बाएं पैर की पायल गिरी थी।

मुस्लिम भी हैं माता के भक्त
देवी मंदिर के पास ही तालाब है, जिसे शक तालाब कहा जाता है। इसमें स्नान के बाद दर्शन किया जाता है। मुस्लिम भी यहां नियमित आते हैं। लॉ की पढ़ाई कर रहीं हुमा इस्लाम बताती हैं कि उनका परिवार रामनवमी सहित बड़े उत्सवों के मौके पर शक्तिपीठ मेले में जाता है। भारत, श्रीलंका, नेपाल से यहां हजारों भक्त आते हैं।
 

Share this article
click me!

Latest Videos

Tirupati Laddu Prasad: गिरिराज सिंह ने की सबसे बड़ी मांग, ओवैसी और राहुल को जमकर सुना डाला
कोलकाता केसः डॉक्टरों के आंदोलन पर ये क्या बोल गए ममता बनर्जी के मंत्री
UP के जैसे दिल्ली में भी... आतिशी ने BJP पर किया सबसे बड़ा वार
झारखंड में सिर्फ भाजपा ही कर सकती है ये काम #shorts
चीन को चैन से सोने न देगा ये ड्रोन, , Joe Biden - PM Modi ने पक्की की डील