Janmashtami 2022: जन्माष्टमी पर बोलें भगवान श्रीकृष्ण के ये 51 नाम, हर इच्छा हो सकती है पूरी

Janmashtami 2022: जन्माष्टमी पर भगवान श्रीकृष्ण की पूजा विशेष रूप से की जाती है। इस बार ये पर्व 19 अगस्त, शुक्रवार को है। हर साल भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को ये पर्व बड़े ही धूम-धाम से पूरे देश में मनाया जाता है।
 

Manish Meharele | / Updated: Aug 19 2022, 06:15 AM IST

उज्जैन. धर्म ग्रंथों में भगवान श्रीकृष्ण के अनेक नाम बताए गए हैं। मान्यता के अनुसार यदि किसी खास मौके पर श्रीकृष्ण की पूजा इन नामों को बोलकर की जाए तो बहुत ही जल्दी शुभ फलों की प्राप्ति हो सकती है। वैसे तो धर्म ग्रंथों में भगवान श्रीकृष्ण के 1 हजार से भी अधिक नाम बताए गए हैं, लेकिन इतने सारे नाम बोलना किसी के लिए भी संभव नहीं है। इसलिए इन हजारों नामों में से यदि 51 नाम (51 Names of Lord Shri Krishna) का जाप भी कर लिया जाए तो हर मनोकामना पूरी हो सकती है। आज (19 अगस्त, शुक्रवार) जन्माष्टमी (Janmashtami 2022) के मौके पर ये 51 नाम बोलकर करें पूजा… 

1. आदिदेव- देवताओं के स्वामी
2. अदित्या- देवी अदिति के पुत्र
3. अनिरुद्धा- जिनका अवरोध न किया जा सके
4. अपराजित- जिन्हें हराया न जा सके
5. बाल गोपाल- भगवान कृष्ण का बाल रूप
6. बलि- सर्वशक्तिमान
7. चतुर्भुज- चार भुजाओं वाले प्रभु
8. दयालु- करुणा के भंडार
9. दयानिधि- सब पर दया करने वाले
10. देवाधिदेव- देवों के देव
11. देवकीनंदन- देवकी के लाल (पुत्र)
12. देवेश- ईश्वरों के भी ईश्वर
13. द्वारकाधीश- द्वारका के अधिपति
14. गोपाल- ग्वालों के साथ खेलने वाले
15. गोपालप्रिया- ग्वालों के प्रिय
16. गोविंदा- गाय, प्रकृति, भूमि को चाहने वाले
17. हरि- प्रकृति के देवता
18. जगदीशा- सभी के रक्षक
19. जगन्नाथ- ब्रह्मांड के ईश्वर
20. कमलनाथ- देवी लक्ष्मी के प्रभु
21. कमलनयन- जिनके कमल के समान नेत्र हैं
22. कंजलोचन- जिनके कमल के समान नेत्र हैं
23. कृष्ण- सांवले रंग वाले
24. लक्ष्मीकांत- देवी लक्ष्मी के देवता
25. लोकाध्यक्ष- तीनों लोक के स्वामी
26. मदन- प्रेम के प्रतीक
27. माधव- ज्ञान के भंडार
28. मधुसूदन- मधु-दानवों का वध करने वाले
29. मनमोहन- सबका मन मोह लेने वाले
30. मनोहर- बहुत ही सुंदर रूप-रंग वाले प्रभु
31. मयूर- मुकुट पर मोरपंख धारण करने वाले भगवान
32. मोहन- सभी को आकर्षित करने वाले
33. मुरलीधर- मुरली धारण करने वाले
34. मुरली मनोहर- मुरली बजाकर मोहने वाले
35. नंदगोपाल- नंद बाबा के पुत्र
36. नारायन- सबको शरण में लेने वाले
37. पद्महस्ता- जिनके कमल की तरह हाथ हैं
38. पार्थसारथी- अर्जुन के सारथी
39. रविलोचन- सूर्य जिनका नेत्र है
40. सनातन- जिनका कभी अंत न हो
41. सर्वपालक- सभी का पालन करने वाले।
42. सर्वेश्वर- समस्त देवों से ऊंचे
43. श्रेष्ठ- महान
44. श्रीकांत- अद्भुत सौंदर्य के स्वामी
45. श्याम : जिनका रंग सांवला हो।
46. श्यामसुंदर- सांवले रंग में भी सुंदर दिखने वाले
47. सुदर्शन- रूपवान
48. सुरेशम- सभी जीव-जंतुओं के देव
49. त्रिविक्रमा- तीनों लोकों के विजेता
50. उपेन्द्र- इन्द्र के भाई
51. विष्णु- भगवान विष्णु के स्वरूप 


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