भोजन में उपयोग की जाने वाली हल्दी के बारे में हम सभी जानते हैं। हल्दी की एक प्रजाति ऐसी भी है, जिसका उपयोग ज्योतिषीय उपायों में किया जाता है, वह है काली हल्दी। काली हल्दी अनेक तरह के बुरे प्रभाव को कम करती है, लेकिन इसके पहले इसे सिद्ध करना पड़ता है।
उज्जैन. भोजन में उपयोग की जाने वाली हल्दी के बारे में हम सभी जानते हैं। हल्दी की एक प्रजाति ऐसी भी है, जिसका उपयोग ज्योतिषीय उपायों में किया जाता है, वह है काली हल्दी। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. प्रफुल्ल भट्ट के अनुसार, काली हल्दी को धन व बुद्धि का कारक माना जाता है। काली हल्दी अनेक तरह के बुरे प्रभाव को कम करती है, लेकिन इसके पहले इसे सिद्ध करना पड़ता है। काली हल्दी को सिद्धि करने की विधि इस प्रकार है-
विधि
किसी भी पक्ष (शुक्ल या कृष्ण) की अष्टमी तिथि की सुबह सूर्यादय से पहले उठकर स्नान कर पवित्र हो जाएं। इसके बाद साफ कपड़े पहनकर पूर्व दिशा की ओर मुख करके बैठें। ऐसा स्थान चुनें, जहां से सूर्यदर्शन में बाधा न आती हो। इसके बाद काली हल्दी की गठान की पूजा धूप-दीप से करें। इसके बाद सामने रखी काली हल्दी की गठान को नमस्कार कर भगवान सूर्यदेव के मंत्र ओम ह्रीं सूर्याय नम: का 108 बार लाल चंदन की माला से जाप करें। यह प्रयोग अगली अष्टमी तिथि तक रोज करें। इस अष्टमी तिथि पर उपवास रखें व ब्राह्मणों को भोजन कराएं। इस तरह काली हल्दी की गठान सिद्ध हो जाती है। इसका उपयोग विभिन्न ज्योतिषीय उपायों में किया जाता है।
1. घर में पैसा नहीं टिकता तो चांदी की डिब्बी में काली हल्दी रखकर अपने धन स्थान यानी तिजारी में रखें।
2. जिस व्यक्ति पर नेगेटिव एनर्जी का असर हो, उसके गले में काली हल्दी के 9 दानों की माला बनाकर पहना दें।
3. किसी नए काम के लिए जा रहे हैं, तो काली हल्दी का टीका लगाकर जाने से सफलता मिलने के योग बढ़ जाते हैं।
4. बच्चे को नजर लगी हो तो काले कपड़े में काली हल्दी की गठान बांधकर 7 बार उतार कर नदी में बहा दें।
5. मशीनों से जुड़ा बिजनेस हो और मशीनें जल्दी खराब होती हैं तो उन पर काली हल्दी का स्वास्तिक बनाएं।
6. काली हल्दी कपड़े में लपेटकर घर के मुख्य दरवाजे पर टांग दें। इससे घर को किसी की नजर नहीं लगेगी।