Ram Navami 2022: 10 साल बाद राम नवमी पर पूरे दिन रहेगा ये शुभ योग, ये उपाय बना सकते हैं आपके बिगड़े काम

Published : Apr 09, 2022, 04:36 PM IST
Ram Navami 2022:  10 साल बाद राम नवमी पर पूरे दिन रहेगा ये शुभ योग, ये उपाय बना सकते हैं आपके बिगड़े काम

सार

इस बार 10 अप्रैल, रविवार को श्रीराम नवमी (Ram Navami 2022) का उत्सव मनाया जाएगा। धर्म ग्रंथों के अनुसार, त्रेतायुग में इसी तिथि पर भगवान श्रीराम का जन्म हुआ था। इस बार राम नवमी पर कई शुभ योग बन रहे हैं, जिसके चलते ये पर्व और भी खास हो गया है।

उज्जैन. ज्योतिषियों के अनुसार, इस बार बार नवमी पर पुष्य नक्षत्र पूरे दिन रहेगा। इसके पहले ऐसा योग 1 अप्रैल 2012 को बना था, जब राम नवमी पर पूरे दिन पुष्य नक्षत्र था। उल्लेखनीय है कि इस बार 4 रवि पुष्य योग बन रहे हैं, लेकिन सिर्फ 10 अप्रैल को पुष्य नक्षत्र पूरे दिन रहेगा। इसके अलावा रवि योग और सर्वार्थसिद्धि योग भी इस दिन बन रहा है। ये 3 शुभ योग खरीदारी के लिए भी बहुत शुभ माने गए हैं। नवरात्रि का अंतिम दिन होने से सिद्धि प्राप्ति के लिए भी ये दिन बहुत खास रहेगा। 

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श्रीराम नवमी पर करें ये आसान उपाय (Remedies for Ram Navami 2022)
1.
श्रीराम नवमी पर भगवान की पूजा पूरे विधि-विधान से करें और बाद में किसी राम मंदिर में केसरिया झंड़ा दान करें। संभव को हो तो अपनी शक्ति के अनुसार पीले फलों का भोग लगाएं और बाद में इसे प्रसाद के रूप में बांट दें।
2. भगवान श्रीराम के साथ देवी सीता का अभिषेक गाय के दूध से करें। इसके लिए दक्षिणावर्ती शंख का उपयोग करें। गाय के दूध में थोड़ी केसर डालने से धन लाभ के योग भी बन सकते हैं। अभिषेक करते समय भगवान श्रीराम के मंत्रों का जाप करते रहें। इस उपाय को आपको हर काम में सफलता मिल सकती है।
3. किसी राम मंदिर में बैठकर एक श्लोकी रामायण का पाठ करें। मंदिर की साफ-सफाई करें। मंदिर के पुजारी को वस्त्र, बर्तन आदि चीजें दान करें। संभव हो तो भोजन के लिए घर पर आमंत्रित करें या कच्ची भोजन सामग्री (सीदा) दान करें।
4. किसी राम मंदिर में बैठकर सबसे पहले शुद्ध घी का दीपक जलाएं और उसके बाद तुलसी की माला से नीचे लिखे मंत्र का 108 बार जाप करें।
श्री राम राम रामेति, रमे रामे मनोरमे।
सहस्रनाम तत्तुल्यं, रामनाम वरानने॥
इस मंत्र के जाप से आपकी हर परेशानी दूर हो सकती है।
5. भगवान श्रीराम को पीले वस्त्र अर्पित करें। धर्म ग्रंथों में भगवान विष्णु को पीतांबरधारी कहा गया है यानी पीले वस्त्र पहनने वाला और भगवान श्रीराम विष्णु के ही अवतार हैं।

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