Sawan Third Somwar: 1 अगस्त को सावन का तीसरा सोमवार, शिवजी को प्रसन्न करने के लिए इस विधि से करें पूजा व उपाय

इन दिनों भगवान शिव का प्रिय सावन (Sawan 2022) मास चल रहा है। इस महीने में हर दिन भगवान शिव की पूजा का महत्व है, लेकिन इस महीने में आने वाले प्रत्येक सोमवार को शिव पूजा करने से हर तरह की परेशानी दूर हो सकती है, ऐसा धर्म ग्रंथों में बताया गया है। 
 

Manish Meharele | Published : Jul 31, 2022 11:19 AM IST

उज्जैन. इस बार सावन का तीसरा सोमवार 1 अगस्त को है। इस दिन चतुर्थी तिथि होने से भगवान श्रीगणेश की पूजा करना भी शुभ फल देने वाला रहेगा। सावन के सोमवार को भक्तजन शिवजी की कृपा पाने के लिए व्रत रखते हैं और विशेष पूजा-अर्चना भी करते हैं। इस दिन नक्षत्रों के संयोग श्रीवत्स और ध्वज नाम के शुभ योग बन रहे हैं। साथ ही शिव योग भी इस दिन रात को थोड़े समय के लिए रहेगा। इतने सारे योगों में भगवान शिव की पूजा बहुत ही शुभ फल देने वाले वाली रहेगी। सावन के तीसरे सोमवार को भगवान शिव की पूजा कैसे करें, शुभ मुहूर्त, उपाय आदि की जानकारी इस प्रकार है…

सावन के तीसरे सोमवार को ऐसे करें शिव पूजा (Shiv Puja Vidhi on Sawan Somwar)
सावन के तीसरे सोमवार यानी 1 अगस्त की सुबह स्नान आदि करने के बाद व्रत-पूजा का संकल्प लें। इसके बाद घर में किसी साफ स्थान पर शिवलिंग स्थापित कर पहले जल से अभिषेक करें। पंचामृत (दूध, दही, घी, शहद और शक्कर) से अभिषेक करने के बाद एक बार फिर से जल से अभिषेक करें। बिल्व पत्र, आंकड़े के फूल, धतूरा, भांग, इत्र, हार आदि चीजें चढ़ाएं। दीपक जलाएं और भोग लगाकर आरती करें। इस तरह शिवजी की पूजा करने से आपकी हर मनोकामना पूरी हो सकती है।

ये है सावन सोमवार की कथा (Sawan Somwar Ki Katha )
किसी शहर में एक धनवान रहता था। वो निसंतान था। एक दिन शिवजी ने प्रसन्न होकर उसे पुत्र होने का वरदान दिया, लेकिन ये भी कहा कि वो बालक अल्पायु होगा। शिव के वरदान से धनवान के यहां बालक पैदा हुआ। जब वह बड़ा हुआ तो धनी ने उसे उसके मामा के साथ पढ़ाई के काशी भेजा। रास्ते में एक राजकुमारी का विवाह हो रहा था। जिस राजकुमार से उसका विवाह होने वाला था वो काना था, ये बात किसी को पता नहीं थी। लड़के के पिता ने धनी व्यक्ति के बेटे को उसके स्थान पर बैठाकर राजकुमारी से उसका विवाह करवा दिया। जाने से पहले धनी के बेटे में किसी माध्मय से राजकुमारी को ये बात बता दी। सच्चाई जानकर राजकुमारी ने दूसरे राजकुमार के साथ जाने से इंकार कर दिया। जब धनी का पुत्र 16 वर्ष का हुआ तो बीमारी से उसकी मौत हो गई। उसी समय वहां से देवी पार्वती गुजर रही थीं, उन्होंने उस बालक को जीवन दान दे दिया। जब धनी और उसके मामा अपने घर लौट रहे थे तो राजकुमारी ने उसे पहचान लिया। राजा ने प्रसन्न होकर अपनी पुत्री को काफी धन देकर विदा किया। इस तरह वे सभी हंसी-खुशी जीवन बिताने लगे।

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सावन सोमवार को करें ये उपाय (Sawan Third Somwar Upay)
1. पानी में चंदन मिलाकर शिवजी का अभिषेक करने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
2. यजुर्वेद में बताया गया है कि फलों के रस से भगवान शिव का अभिषेक करने पर बीमारियां दूर होती हैं।
3 भगवान शिव को सफेद मदार, कनेर, मौलसिरी और धतूरे के फूल खासतौर से पसंद हैं। इन्हें चढ़ाने से हर परेशानी दूर हो सकती है।
4. शिव पूजा में बिल्वपत्र को बहुत खास माना गया है। इसके साथ ही धतूरे के पत्ते, शमी पेड़ के पत्ते, नीलकमल, भटकटैया, अपामार्ग, खस और आम की मंजरी भगवान शिव को चढ़ाए जाते हैं।


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