हर इंसान की जन्म कुंडली उसके पूरे जीवन के बारे में कुछ न कुछ संकेत देती ही है। इसी तरह अगर किसी की कुंडली में दुर्घटना योग होते हैं तो अक्सर उनके साथ दुर्घटनाएं होती रहती हैं। कई बार ये लोग बहुत ही सावधानी पूर्वक वाहन चलाते हैं फिर भी इनके साथ ही दुर्घटना होती रहती है। दुर्घटना के इन योगों से बचने के लिए ज्यातिष में कुछ उपाय भी बताए गए हैं। जानिए कुछ ऐसे ही खास उपायों के बारे में....
उज्जैन. हर इंसान की जन्म कुंडली उसके पूरे जीवन के बारे में कुछ न कुछ संकेत देती ही है। इसी तरह अगर किसी की कुंडली में दुर्घटना योग होते हैं तो अक्सर उनके साथ दुर्घटनाएं होती रहती हैं। कई बार ये लोग बहुत ही सावधानी पूर्वक वाहन चलाते हैं फिर भी इनके साथ ही दुर्घटना होती रहती है। दुर्घटना के इन योगों से बचने के लिए ज्यातिष में कुछ उपाय भी बताए गए हैं। जानिए कुछ ऐसे ही खास उपायों के बारे में....
1. हर शनिवार शनिदेव के लिए सरसों के तेल का दान करें। इसके लिए एक कटोरी में तेल लें और उसमें अपना चेहरा देखकर तेल दान करें।
2. दुर्घटना का योग टालने के लिए हनुमान जी की अराधना का विशेष महत्व है। इसके लिए शुभ चिह्न जैसे स्वस्तिक, ऊँ, श्रीराम लिखा हुआ या हनुमानजी का चित्र बना हुआ लाल झंडा किसी शुभ मुहूर्त में घर लेकर आएं। घर में इस झंडे की विधिवत पूजा करें। पूजा के बाद इसे छत पर लगा दें और भगवान से अनहोनी टालने की प्रार्थना करें।
3. महीने में कम से कम एक दिन हनुमानजी को लाल फूल, लाल लंगोट और लाल झंडा चढ़ाएं। सुंदरकांड का पाठ करें। सुंदरकांड के पाठ में समय अधिक लगता है, अगर समय का अभाव हो तो रोजाना हनुमान चालीसा का पाठ करें।
4. हनुमानजी के मंदिर जाकर भगवान के सामने सरसों का तेल भरकर मिट्टी का दीपक रोज जलाएं। अगर रोज संभव ना हो तो हर मंगलवार और शनिवार को ये उपाय जरूर करें।
5. घर से निकलने से पहले देवी दुर्गा की पूजा जरूर करें। दुर्गा मां की पूजा करने वाले लोगों को अधर्म और अपवित्रता से बचना चाहिए। महिलाओं का सम्मान करें। कभी भी अपनी माता का अनादर न करें। माता-पिता का आशीर्वाद लेकर घर से निकलना चाहिए। दुर्घटना के योग टल जाएंगे।