रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर डी. सुब्बाराव ने सरकार से कहा है कि राजकोषीय घाटे को लक्षित संख्या के भीतर सुनिश्चित करना है और चेतावनी दी है कि 'राजकोषीय लापरवाही' से संकट की स्थिति पैदा हो सकती है।
पूर्व RBI गवर्नर डी सुब्बाराव ने दी सरकार को चेतावनी, राजकोषीय लापरवाही से से हो सकता है यह बड़ा खतरा
रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर डी. सुब्बाराव ने सरकार से कहा है कि राजकोषीय घाटे को लक्षित संख्या के भीतर सुनिश्चित करना है और चेतावनी दी है कि 'राजकोषीय लापरवाही' से संकट की स्थिति पैदा हो सकती है।
आधिकारिक आंकड़ों के सामने आने के बाद हफ्तों बाद की गई टिप्पणी से संकेत मिलता है कि सरकार ने 107 प्रतिशत राजकोषीय घाटे के अंत के लिए पांच महीने साथ 3.4 प्रतिशत बजट घाटे के अंतर को समाप्त कर दिया है।
सुब्बाराव ने कहा कि उच्च राजकोषीय घाटा मुद्रास्फीति को बढ़ाता है, निजी निवेश पर असर डालता है और चालू खाता घाटे से संबंधित मुद्दों के परिणामस्वरूप शेष राशि का इस वजह से भुगतान करना पड़ता है।
सुब्बाराव ने बताया कि न्यूनतम सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर 6.1 प्रतिशत तक गिर गई है। उन्होंने कहा कि इससे केंद्र और राज्य स्तर पर राजस्व संग्रह पर सीधा असर पड़ेगा, जो राजकोषीय घाटे की स्थिति को प्रभावित कर सकता है।