India@75: कहानी उस क्रांतिकारी की जो हाथों में गीता ले 18 साल की उम्र में फांसी पर चढ़ गए

भारत आजादी के अमृत महोत्सव मना रहा है इस कड़ी में हम आपको बता रहे हैं उस क्रांतिकारी की कहानी जिसे सिर्फ 18 साल की उम्र में फांसी के फंदे पर चढ़ा दिया गया 

भारत आजादी का 75 वीं वर्षगांठ मना रहा है। आजादी के अमृत महोत्सव में चर्चा उस क्रांतिकारी की जो 18 साल की उम्र में हंसते हंसते हाथों में गीता लेकर फांसी के फंदे पर चढ़ गए। देश के लिए अपने प्राण न्योछावर करने वाले खुदीराम बोस को 1908 में 11 अगस्त को फांसी के फंदे पर चढ़ा दिया गया। आइये जानते हैं कौन थे खुदीराम बोस...
 

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