राजधानी दिल्ली और आसपास के इलाकों में सोमवार को भूकंप के झटके महसूस किए गए। हालांकि, ये झटके काफी हल्के थे और रिक्टर स्केल पर इनकी तीव्रता 2.1 मापी गई है। भूकंप का केंद्र हरियाणा के गुरुग्राम से 13 किलोमीटर की दूरी पर बताया गया है। 12 अप्रैल से 08 मई तक 14वीं बार भूकंप के झटके लगे हैं। आखिर क्यों बारिश और तूफान के साथ ये भूकंप आ रहे हैं। आखिर इसकी वजह क्या है। ज्योतिषों के अनुसार ऐसा क्यों हो रहा है।
वीडियो डेस्क। राजधानी दिल्ली और आसपास के इलाकों में सोमवार को भूकंप के झटके महसूस किए गए। हालांकि, ये झटके काफी हल्के थे और रिक्टर स्केल पर इनकी तीव्रता 2.1 मापी गई है। भूकंप का केंद्र हरियाणा के गुरुग्राम से 13 किलोमीटर की दूरी पर बताया गया है। 12 अप्रैल से 08 मई तक 14वीं बार भूकंप के झटके लगे हैं। आखिर क्यों बारिश और तूफान के साथ ये भूकंप आ रहे हैं। आखिर इसकी वजह क्या है। ज्योतिषों के अनुसार ऐसा क्यों हो रहा है। ऐसे में हमने ज्योतिष मठ संस्थान भोपाल के पंडित विनोद गौतम से जाना जून महिने का पूरा ज्योतिष ज्ञान। पंडित विनोद गौतम के मुताबिक जून महीने में कई तूफान और भूकंप का अशुभ योग बन रहा है। 22 जून तक बारिश आ जाएगी। 9 जून मंगलवार सुबह 4 बजकर 40 मिनट पर शुक्र फिर से उदय हो जाएंगे। ज्ञात रहे कि शुभ और मांगलिक मुहूर्त में गुरु और शुक्र का उदय रहना जरूरी होता है। इनके अस्त होने पर किसी भी प्रकार के शुभ और मांगलिक काम नहीं किए जा सकते। वृष राशि में शुक्र ग्रह के अस्त होने से इसका प्रभाव कम हो जाएगा और शुभ फलों में भी कमी आने लगेगी। शुक्र विलासिता का कारक ग्रह है, इसलिए इसके प्रभाव से सभी राशि वालों को हर तरह के सुख में कमी आ सकती है। शुक्र के कारण कई लोगों के वैवाहिक जीवन में उतार-चढ़ाव आ सकते हैं।