वीडियो डेस्क। कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए लोगों को लगातार जागरुक किया जा रहा है। वहीं WHO कई बार ये बता चुका है कि जिसका इम्यूनिटी सिस्टम कमजोर होता है उसे ये वायरस सबसे पहले अपनी चपेट में लेता है।
वीडियो डेस्क। कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए लोगों को लगातार जागरुक किया जा रहा है। वहीं WHO कई बार ये बता चुका है कि जिसका इम्यूनिटी सिस्टम कमजोर होता है उसे ये वायरस सबसे पहले अपनी चपेट में लेता है। ऐसे में धूम्रपान करने वालों के सामने सबसे ज्यादा खतरा है। क्यों कि तुर्की के एंटी एडिक्शन ग्रुप के प्रमुख ओज्तुर्क ने धूम्रपान ना करने वालों की तुलना में करने वालों में कोरोनो वायरस फैलने का खतरा 14 गुना अधिक है।
अगर धूम्रपान करते हैं तो तुरंत समझलीजिए ये बातें
तम्बाकू और तम्बाकू उत्पादों का उपयोग करने से कोरोना वायरस से संक्रमित होने का खतरा बढ़ जाता है।
अगर खुद को बचाना है तो सभी नशीले पदार्थों से से दूर रहना बहुत जरूरी है।
धूम्रपान शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर करता है और कोरोनो वायरस के उपचार पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
कमजोर इम्यून सिस्टम सेहत के लिए खतरनाक है क्योंकि इसकी वजह से इलाज की प्रक्रिया में देरी आती है।
अगर आप कभी-कभी धूम्रपान करते हों, तो भी यह महामारी के इलाज में अड़चन डाल सकता है।
धूम्रपान फेफड़ों को नुकसान पहुंचाता है और कफ प्रतिवर्त को ब्लॉक कर देता है।
इससे वायरस और बैक्टीरिया वायुमार्ग और फेफड़ों से चिपक जाते हैं और संक्रमण गंभीर हो जाता है।
WHO ने भी कहा है कि धूम्रपान करने वालों के वायरस की चपेट में आने की संभावना ज्यादा है।
इसकी वजह ये भी है कि धूम्रपान के दौरान उंगलियां होंठों पर होती हैं, जिससे हाथ से मुंह में संक्रमण जाने की संभावना बढ़ जाती है।
चीन के डॉक्टरों के द्वारा किए एक शोध के अनुसार बुजुर्ग लोगों की तुलना में धूम्रपान करने वालों में मौत का खतरा ज्यादा है।
वहीं ओज्तुर्क ने कहा कि आप जैसे ही धूम्रपान करना बंद कर देते हैं, आपका शरीर तुरंत ठीक होने की तरफ बढ़ने लगता है।
ओज्तुर्क नशे के खिलाफ लड़ने वाले तुर्की के ग्रीन क्रिसेंट संगठ के अध्यक्ष हैं।
उन्होंने कोरोना महामारी से बचने के लिए लोगों से धूम्रपान छोड़ने की अपील की है।