26/11 मुंबई हमले को इस तरह दिया था आतंकियों ने अंजाम, जानें कब क्या हुआ

26/11 मुंबई हमले को इस तरह दिया था आतंकियों ने अंजाम, जानें कब क्या हुआ

Published : Nov 26, 2019, 08:13 PM IST

वीडियो डेस्क। 26 नवंबर, 2008 भारतीय इतिहास के सबसे काले दिनों में से एक है। इसी दिन आतंकी गिरोह लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के 10 आतंकवादियों ने मुंबई शहर में हमला किया था। आतंकियों ने चार दिनों तक ताबड़तोड़ गोलीबारी और बमबारी की थी।इस भयावह घटना के 11 साल हो चुके हैं। आतंकवादियों ने सीएसटी रेलवे स्टेशन, द ताज महल पैलेस होटल, ओबेरॉय ट्राइडेंट होटल, नरीमन हाउस, कामा और एल्बलेस हॉस्पिटल, लियोपोल्ड कैफे, मेट्रो सिनेमा और टाइम्स ऑफ इंडिया की इमारत के पीछे एक लेन पर हमला किया था। इसके अलावा सेंट जेवियर्स कॉलेज, मझगांव और विले पार्ले की एक टैक्सी में भी विस्फोट किए थे।

वीडियो डेस्क। 26 नवंबर, 2008 भारतीय इतिहास के सबसे काले दिनों में से एक है। इसी दिन आतंकी गिरोह लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के 10 आतंकवादियों ने मुंबई शहर में हमला किया था। आतंकियों ने चार दिनों तक ताबड़तोड़ गोलीबारी और बमबारी की थी।इस भयावह घटना के 11 साल हो चुके हैं। आतंकवादियों ने सीएसटी रेलवे स्टेशन, द ताज महल पैलेस होटल, ओबेरॉय ट्राइडेंट होटल, नरीमन हाउस, कामा और एल्बलेस हॉस्पिटल, लियोपोल्ड कैफे, मेट्रो सिनेमा और टाइम्स ऑफ इंडिया की इमारत के पीछे एक लेन पर हमला किया था। इसके अलावा सेंट जेवियर्स कॉलेज, मझगांव और विले पार्ले की एक टैक्सी में भी विस्फोट किए थे।

जानें कब क्या हुआ
1. 10 आतंकवादियों ने स्पीडबोट के जरिए समुद्र मार्ग से मुंबई में प्रवेश किया। उनमें से छह मच्छीमार नगर में गए। स्थानीय मछुआरों द्वारा पूछे जाने पर उन्होंने अपना परिचय स्टूडेंट्स के रूप में दिया। जबकि अन्य चार कफ परेड के बधवार पार्क में आए और जब उनसे उनकी पहचान के बारे में पूछा गया तो उन्होंने मछुआरों से कहा कि वे अपने काम से मतलब रखें। मछुआरों ने इस घटना की सूचना पुलिस अधिकारियों को दी, लेकिन उन्होंने इसे गंभीरता से नहीं लिया।
2. अधिकांश हमले 26 नवंबर को लगभग 9:30 बजे शुरू होने के कुछ घंटों के बाद समाप्त हो गए, लेकिन आतंकी गतिविधियां तीन स्थानों पर जारी रहीं, जहां बंधकों को ले जाया गया था। एक नरीमन हाउस, जहां एक यहूदी आउटरीच केंद्र स्थित था, दूसरा लग्जरी होटल ओबेरॉय ट्राइडेंट और ताज महल पैलेस एंड टॉवर।

3. अधिकांश हमलों पर कुछ घंटों के भीतर काबू पा लिया गया था। भारतीय सुरक्षा बलों ने 28 नवंबर को दोपहर के आसपास ओबेरॉय ट्राइडेंट में और अगले दिन सुबह ताज महल पैलेस में घेराबंदी समाप्त कर दी। इन आतंकी हमलों में कुल मिलाकर 20 सुरक्षा बलों के कर्मियों और 26 विदेशी नागरिकों सहित कम से कम 174 लोग मारे गए। 300 से ज्यादा लोग घायल हुए। 10 आतंकवादियों में से नौ मारे गए थे और एक को गिरफ्तार कर लिया गया था।

4. एकमात्र जिंदा पकड़े गए आतंकवादी अजमल कसाब पर आर्म्स एक्ट, गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम, विस्फोटक अधिनियम, सीमा शुल्क अधिनियम, देश के खिलाफ युद्ध छेड़ने और रेलवे अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था। उस पर बिना टिकट के रेलवे परिसर में प्रवेश करने के लिए भी मामला दर्ज किया गया था।

5. अजमल कसाब ने खुलासा किया था कि आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी मुंबई आतंकवादी हमलों के पीछे थे। कसाब को मुजफ्फराबाद में 18 महीने तक इन हमलों को अंजाम देने के लिए  प्रशिक्षण दिया गया था।

6. एकमात्र जीवित आतंकवादी अजमल कसाब को नवंबर, 2012 में पुणे की यरवदा जेल में फांसी की सजा दी गई।

7. पूछताछ के दौरान लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी डेविड कोलमैन हेडली ने एक अमेरिकी अदालत को बताया था कि मुंबई आतंकवादी हमले से पहले आतंकवादियों ने सितंबर और अक्टूबर में मुंबई पर हमला करने के दो असफल प्रयास किए थे।

8. सेना से सेवानिवृत्त और मुंबई पुलिस में सहायक उप निरीक्षक तुकाराम ओम्बले ने जीवित बचे आतंकवादी अजमल कसाब को मार गिराने के लिए अपने जीवन की आहुति दे दी। ओम्बले को असाधारण बहादुरी और वीरता के लिए अशोक चक्र से सम्मानित किया गया।

05:53Kapil Sibal का संसद पर ऐसा आरोप… सत्ता में हलचल!
09:09G Ram G Bill : 'नया रोजगार बिल गरीबों पर वार' संसद की सीढ़ियों पर 12 घंटे का धरना
03:24CM Nitish Kumar के हिजाब विवाद पर आमने-सामने आए Omar Abdullah-Giriraj Singh
06:30‘ये तरीका ठीक नहीं है’– Lok Sabha में क्यों भड़के Om Birla ?
03:08ओमान में PM मोदी का खास अंदाज़! छात्रों से मिले, किया नमस्ते
02:09‘गलत कुछ नहीं किया’ – गिरिराज सिंह ने दी नीतीश कुमार की सफाई!
09:24VB-G RAM-G Bill पासः 'बिल का जहाज बनाकर उड़ाया गया, सदन की मर्यादा तार-तार', BJP सांसदों ने क्या कहा
04:37'Ram G ही क्यों, भीम जी क्यों नहीं' लोकसभा में Chandra Shekhar की गंभीर आपत्ती
03:51VB-G Ram G Bill का Asaduddin Owaisi ने किया विरोध, BJP पर भड़के
04:47जिस बेटे पर गर्व था, उसने माता-पिता को गाजर-मूली की तरह क्यों काट डाला? | Jaunpur Double Murder