गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली में रविवार को राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर अपनी राय रखी। इस दौरान उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर और आर्टिकल 370 को लेकर बहुत सारी भ्रांतियां और गलतफहमियां हैं। इन्हें दूर करने की जरूरत है। शाह ने कहा कि इन्हें कश्मीर के लोगों के सामने जितना स्पष्ट करना जरूरी है, उतना ही भारत की जनता में होना जरूरी है।
नई दिल्ली. गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली में रविवार को राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर अपनी राय रखी। इस दौरान उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर और आर्टिकल 370 को लेकर बहुत सारी भ्रांतियां और गलतफहमियां हैं। इन्हें दूर करने की जरूरत है। शाह ने कहा कि इन्हें कश्मीर के लोगों के सामने जितना स्पष्ट करना जरूरी है, उतना ही भारत की जनता में होना जरूरी है।
अमित शाह ने कहा, ''कश्मीर का इतिहास तोड़-मरोड़कर देश के सामने रखा गया। क्योंकि जिनकी गलतियां थीं उनके हिस्से में इतिहास लिखने की जिम्मेदारी आई। उन्होंने अपनी गलतियों को बदलकर जनता के सामने रखा। अब समय आ गया है इतिहास सच्चा लिखा जाए और सच्ची जानकारी जनता के सामने रखी जाए।''
श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने 370 हटाने के बलिदान दिया- शाह
गृह मंत्री ने कहा, ''श्यामा प्रसाद मुखर्जी ट्रेन के रास्ते जम्मू-कश्मीर गए, उनके पास परमिट नहीं था। वो मानते थे कि मेरे देश में जाने के लिए परमिट की क्या जरूरत है। उनको परमिट नहीं लेने के लिए जेल में डाला गया। श्यामा प्रसाद जी ने अपने जीवन का बलिदान अनुच्छेद 370 हटाने के लिए दिया।''