आध्यात्मिक गुरु प्रेमानंद महाराज जी ने कहा कि पुरुष को पुरुष से आकर्षण, महिला को महिला से आकर्षण गलत नहीं है। ये ईश्वर ने रचा है। स्वभाव को नहीं बदला जा सकता है। किसी दूसरे की जिंदगी खराब करने से अच्छा है आप जो हैं उसे स्वीकार कीजिए।