कई बार टीचर्स स्टूडेंट्स के साथ बहुत ही बुरा व्यवहार करते हैं। वैसे तो दुनिया के ज्यादातर देशों में टीचर्स द्वारा स्टूडेंट्स की पिटाई और डांट-फटकार किए जाने पर रोक लगा दी गई है, लेकिन फिर भी कुछ टीचर्स स्टूडेंट्स के साथ गलत व्यवहार करने से बाज नहीं आते।
हटके डेस्क। कई बार टीचर्स स्टूडेंट्स के साथ बहुत ही बुरा व्यवहार करते हैं। वैसे तो दुनिया के ज्यादातर देशों में टीचर्स द्वारा स्टूडेंट्स की पिटाई और डांट-फटकार किए जाने पर रोक लगा दी गई है, लेकिन फिर भी कुछ टीचर्स स्टूडेंट्स के साथ गलत व्यवहार करने से बाज नहीं आते। हाल ही में चीन में एक टीचर ने 12 साल की स्टूडेंट के साथ ऐसा व्यवहार किया कि उस लड़की ने स्कूल की चौथी मंजिल से कूद कर जान दे दी। यह घटना 12 नवंबर की है। चीन के गुआंगडोंग में एलिमेंट्री स्कूल में पढ़ने वाली शिओ रु नाम की लड़की होमवर्क पूरा करके नहीं लाई थी। लंच ब्रेक के दौरान टीचर ने उसे इसके लिए सभी स्टूडेंट्स के सामने काफी डांटा-फटकार था और पिटाई भी की थी। इसके बाद शियो स्कूल की चौथी मंजिल पर चली गई और अचानक उसने छलांग लगा दी। तत्काल उसके पिता को खबर दी गई। जब वे आए तो उन्होंने देखा कि उनकी बेटी जमीन पर बेहाश पड़ी है। वे उसे अस्पताल लेकर दौड़े, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। उसे बहुत ज्यादा चोट आई थी और काफी खून बह गया था।
सीसीटीवी फुटेज देखा पिता ने
उस बच्ची के साथ क्या हुआ था, यह जानने के लिए उसके पिता ने सीसीटीवी फुटेज देखा। उससे पता चला कि बच्ची की मैथेमेटिक्स की टीचर मिस वांग लंच ब्रेक के दौरान उसकी क्लास के बच्चों के सामने बुरी तरह उसे डांट रही थी। लड़की ने कुछ भी नहीं खाया था और भूखी थी। लेकिन मिस वांग उसे लगातार डांटती चली जा रही थी। उसने होमवर्क वाली उसकी कॉपी जमीन पर फेंक दी थी। इतना ही नहीं, उसने रूल से बच्ची की पिटाई भी की। इससे बच्ची ने बहुत अपमानित महसूस किया। जब क्लास से सभी बच्चे निकल गए तो शियो स्कूल की चौथी मंजिल पर गई और वहां से उसने छलांग लगा दी। शियो के पिता का कहना था कि चौथी मंजिल से गिरने के बाद भी उसे तत्काल अस्पताल नहीं ले जाया गया।
घटना के बाद टीचर स्कूल में नहीं आई नजर
इस घटना के बाद 40 साल की टीचर मिस वांग स्कूल से गायब हो गई। लड़की के पिता ने स्कूल एडमिनिस्ट्रेशन से कहा कि वह टीचर के क्वालिफिकेशन के बारे में जानना चाहता है। लेकिन स्कूल एडमिनिस्ट्रेशन ने इसके बारे में कोई भी जानकारी नहीं दी। स्कूल एडमिनिस्ट्रेशन ने इसके बारे में भी कुछ नहीं बताया कि लड़की को तत्काल अस्पताल क्यों नहीं पहुंचाया गया। अपनी बच्ची की मौत से दुखी पिता ने कहा कि वह इस मामले की रिपोर्ट पुलिस में दर्ज कराएगा।