इंग्लैंड में रहने वाली 14 साल की एक लड़की की मौत दीवार में हुई सीलन के कारण हो गई। उसके कमरे में सीलन थी, जिसपर किसी ने ध्यान नहीं दिया। कमरे में सांस लेने के कारण उसकी मौत हो गई।
इंग्लैंड: बारिश में घरों की दीवार सील जाती है। नमी के कारण सीलन में फफूंद भी लग जाती है। जहां भी सीलन होती है, वहां अजीब सी दुर्गन्ध आने लगती है। लेकिन हममें से ज्यादातर लोग सीलन को सीरियसली नहीं लेते। हम बारिश खत्म होने के बाद उसके खत्म होने का इंतजार करते हैं। लेकिन अगर हम आपको बताएं कि इस सीलन के कारण किसी की भयानक हालत में मौत भी हो सकती है तो? ऐसा ही कुछ हुआ इंग्लैंड में रहने वाली 14 साल की जेड ओवेन्स के साथ।
सर्दी-जुकाम से शुरुआत
जेड का घर नमी वाले एरिया में बना है। उसके कमरे की दीवार पर बारिश के कारण सीलन आ गई थी। घर के किसी सदस्य ने इस तरफ ध्यान नहीं दिया। 14 साल की जेड उसी सीलन में रह रही थी। अचानक उसकी तबियत काफी बिगड़ने लगी। घरवालों ने फ्लू समझ उसका इलाज करवाया। पहले डॉक्टर्स को भी लगा कि उसके चेस्ट में इन्फेक्शन है लेकिन जेड की तबियत काफी खराब होती गई।
जांच में आई सच्चाई
जेड के कई टेस्ट्स करवाए गए। इनमें पता चला कि उसे टाइप 1 डायबिटीज भी है। इस कारण उसका खून एसिडिक बन गया था। उसकी बॉडी ने इन्सुलिन बनाना बंद कर दिया था। कुछ समय के लिए जेड कोमा में चली गई थी। दो हफ्ते के बाद वो वापस होश में आई।
डिस्चार्ज होकर आई लेकिन
कुछ समय बाद डॉक्टर्स ने उसे डिस्चार्ज कर दिया। सभी को लगा कि जेड ठीक हो गई है लेकिन असलियत कुछ और थी। दरअसल, फफूंद उसके गले में पहुंच गई थी। उसने जेड के गले को खाना शुरू कर दिया था। अचानक जेड को खून की उल्टियां होने लगी और सिर्फ 20 मिनट में उसकी मौत हो गई। उसका गला फट गया था और उसके आसपास खून ही खून बिखरा था।
फफूंद देती है बीमारियों को न्योता
बता दें कि फफूंद काफी खतरनाक होते हैं। इनके कारण सांस लेने में काफी परेशानी होती है। साथ ही लोगों को स्किन डिजीज और अस्थमा तक की समस्या हो जाती है। कई बार तो फफूंद के कारण लोगों के लंग्स भी डैमेज हो जाते हैं।