कोरोना वायरस या कोविड 19 के कारण दुनिया में कई लोगों की मौत हो गई। इस वायरस के कारण अभी तक दुनिया में कई लाख लोग संक्रमित हो गए हैं। जबकि कई लाख मारे गए हैं। चिंता की बात ये है कि इस वायरस का अभी तक इलाज नहीं मिला है और अलगातर संक्रमण का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। कोरोना के कारण लोगों को डेड बॉडीज से दूर रहने की सलाह दी गई है। लेकिन कुछ लोग इस वायरस को हलके में लेकर मूर्खता कर रहे हैं। जिसका गंभीर परिणाम उन्हें भुगतना पड़ रहा है।
हटके डेस्क: चीन ने कोरोना से जुडी कई जानकारियां लोगों से छिपा कर रखी। उन्होंने पहले बताया ही नहीं कि ये वायरस इंसानो से इंसान में फैलता है। इसके बाद उन्होने ये भी छिपाया कि वायरस डेड बॉडीज से भी फैलता है। कोरोना की वजह से लोगों को अपने परिजनों के अंतिम संस्कार का तरीका बदलना पड़ा। लोगों से डेड बॉडी से दूर रहने की अपील की गई। साथ ही कई धर्मों ने बॉडीज को जलाना भी शुरू किया। लेकिन कुछ लोग अंधविश्वास के कारण चेतावनी मानने से परहेज करते रहे। जिसका नतीजा ये रहा कि वो खुद कोरोना के शिकार हो गए। ऐसा ही एक मामला इंडोनेशिया से सामने आया। यहां पुलिस के डर से पहले तो डेड बॉडी को दफना दिया गया लेकिन इसके बाद दुबारा उसे कब्र से निकाला गया और नहलाया गया। लेकिन इसका बेहद खौफनाक नतीजा सामने आया।
नहीं मानी चेतावनी
जानकारी के मुताबिक, ये पूरा मामला इंडोनेशिया के जाति गांव का है। यहां रहने वाले एक शख्स की मौत कोरोना की वजह से हो गई। अस्पताल से डेड बॉडी को कब्रिस्तान लाया गया और दफना दिया गया। इस दौरान परिजन लाश को छु नहीं पाए थे। लेकिन अंतिम संस्कार एक बाद उन्होएँ लाश को कब्र से बाहर निकाला।
रिवाज के नाम पर बॉडी को नहलाया
परिजनों ने कब्र से लाश को बाहर निकाल लिया। इसके बाद उन्होने लाश को नहलाया। लेप लगाया। नए कपड़े पहनाए। फिर दुबारा दफना दिया। उनका कहना था कि ये रिवाज ना करने पर लाश को शान्ति नहीं मिलेगी। उन्होंने बॉडी को प्लास्टिक बैग से बाहर निकालकर सारे रिवाज किये थे।
15 लोग हुए संक्रमित
इस मामले का खुलासा तब हुआ जब मरे हुए व्यक्ति के परिवार के 15 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए। जब उनसे पूछताछ की गई, तब उन्होंने मामले का खुलासा किया। इस घटना के बाद सभी हैरान हैं। इतना समझाने और जागरूक करने के बावजूद भी लोग अंधविश्वास नहीं छोड़ रहे और कोरोना पॉजिटिव हो रहे हैं।