यहां 18 अगस्त को मनाते हैं आजादी का जश्न, हैरान कर देगी वजह

15 अगस्त को पूरे भारत में आजादी का जश्न मनाया गया। लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत में एक जगह ऐसी भी है, जहां 15 को नहीं, बल्कि 18 अगस्त को आजादी का जश्न मनाया जाता है। 

Asianet News Hindi | Published : Aug 17, 2019 6:52 AM IST / Updated: Aug 17 2019, 01:16 PM IST

पश्चिम बंगाल: 15 अगस्त को देश ने 73वां स्वतंत्रता दिवस मनाया। लेकिन हमारे देश में एक ऐसी जगह है, जहां लोग 18 अगस्त को आजादी का जश्न मनाते हैं। इसका कारण छिपा है 12 अगस्त 1947 में। 

ये जगह है पश्चिम बंगाल के नदिया जिला। दरअसल, 12 अगस्त, 1947 को ऑल इंडिया रेडियो पर भारत की आजादी की खबर सुनाई गई थी। साथ ही भारत पाकिस्तान के बटवारे की भी घोषणा की गई थी। इसमें बताया गया कि बंगाल का नदिया जिला पाकिस्तान का हिस्सा रहेगा। जबकि नदिया में हिन्दू समुदाय के लोग सबसे ज्यादा थे। इस कारन यहां दंगे जैसे हालात बन गए थे। 

गलती से हुआ था ऐसा 
ये घोषणा एक गलतफहमी के कारण हुआ। दरअसल. ये घोषणा प्रशासनिक त्रुटि थी। प्रशासनिक अधिकारी सर रेडक्लिफ ने बंटवारे के बाद गलत नक्शा बना दिया था, जिसमें नदिया को पाकिस्तान का हिस्सा दिखाया गया था। इस घोषणा के बाद नदिया में काफी हिंसा हुई थी।  

गलती सुधरने के बाद मना आजादी का जश्न 
इस गलती को सुधारने में 17 अगस्त का समय लगा। इसके बाद 18 अगस्त को वहां लगे पाकिस्तान के झंडे हटाकर तिरंगा फहराया गया। इस कारण आज भी यहां लोग 15 अगस्त की जगह 18 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस मनाते हैं। 

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