हाथों से कील, दांतों से रॉड और कंधों पर घोड़ा, शख्स के करतब देख आप भी कहेंगे 'किस मिट्टी का बना है भाई'

दरअसल हम आपको दुनिया के सबसे ताकतवर इंसान के करतब बता रहे हैं। जिसे आप देखेंगे तो अचंभित रह जाएंगे। शख्स अपने एक हाथ से 152 किलो का वजन उठा लेते हैं। 

वीडियो डेस्क। बिना हथौड़े के हाथों से कील ठोकना, दांतों से लोहे की रॉड को मोड़ना, और बड़े बड़े जानवरों के अपने कंधे पर उठाना आप सोच रहे होंगे कि हम आपको ये क्या बता रहे हैं। दरअसल हम आपको दुनिया के सबसे ताकतवर इंसान के करतब बता रहे हैं। जिसे आप देखेंगे तो अचंभित रह जाएंगे। शख्स अपने एक हाथ से 152 किलो का वजन उठा लेते हैं। दुनिया के सबसे ताकतवर इंसान का नाम एक या दो बार नहीं बल्कि पूरे 60 बार गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज हो चुका है।

पहले ये वीडियो देखिए 

Latest Videos

 

 अभी तक आपनो घोड़ों को इंसान की सवारी करते देखा होगा। घुड़सवारी करना कई लोगों का शौक भी होता है। अभी तक घोड़ों को ही इसानों का बोझ उठाते देखा होगा लेकिन दुनिया में एक ऐसा व्यक्ति भी है जो घोड़ों को अपने कंधे पर उठाता है। ना सिर्फ घोड़े बल्कि ऊंट बुल समेत ना जाने कितने जानवरों को अपने कंधे पर उठा लेता है। आप भी इस शख्स को देखकर यही कहेंगे कि आखिर किसी मिट्टी का बना है। आपको यकीन हो इसके लिए पहले ये वीडियो देखिए। 

 


ये हैं यूक्रेन का रहने वाले दिमित्री खलादजी। दिमित्री एक बार में एक हाथ पर 152 किलो वजन उठा लेते हैं। इस शख्स की गिनती दुनिया के सबसे ताकतवर इंसानों में की जाती है। दिमित्री पहले सर्कस में काम करते थे।  आप इस शख्स की ताकता का अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि ये व्यक्ति बिना किसी मुश्किल के बहुत ही आसानी से बड़े बड़े जानवरों को अपने कंधे पर उठा लेता है। इतना ही नहीं दिमित्री अपने हाथों से ही कील ठोंक देते हैं इन्हें कील ठोकने के लिए हथौड़े की जरूरत ही नहीं पड़ती है। 

Share this article
click me!

Latest Videos

जमुई में हाथ जोड़कर आगे बढ़ रहे थे PM Modi फिर ये क्या बजाने लगे? झूमते दिखे लोग । PM Modi Jamui
नाइजीरिया, ब्राजील, गुयाना की 5 दिन की यात्रा पर निकले PM मोदी
Ayodhya: रामलला बनेंगे दूल्हा, नेपाल में होगा विवाह
महाराष्ट्र में हुई गृहमंत्री अमित शाह के बैग और हेलीकॉप्टर की तलाशी #Shorts #amitshah
UPPSC Student Protest: डिमांड्स पूरी होने के बाद भी क्यों जारी है छात्रों का आंदोलन, अब क्या है मांग