अफगानिस्तान में तालिबान के इस फरमान ने टीवी सेट्स को बनाया डब्बा, इतने खतरनाक हैं नए प्रतिबंध

Afghanistan bans foreign TV series : अफगानिस्तान ने सभी तरह की विदेशी टीवी सीरीज पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है। नियम नहीं मानने पर ब्रॉडकॉस्टर्स को कड़ी सजा भुगतने की चेतावनी दी गई है। यह फैसला इसी हफ्ते सामने आया है। इसके बाद से लोगों के पास मनोरंजन का कोई साधन नहीं बचा है। 

Asianet News Hindi | Published : Mar 18, 2022 10:20 AM IST

काबुल। अफगानिस्तान (Afganistan) ने सभी तरह की विदेशी टीवी सीरीज (Foreign Tv series) पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है। न्यूज एजेंसी स्पुतनिक ने यह जानकारी दी। उसने एक स्थानीय व्यक्ति के हवाले से बताया कि तालिबान ने अफगानिस्तान में सभी विदेशी टीवी सीरीज के प्रसारण पर आधिकारिक रूप से प्रतिबंध लगा दिया है।

कानून के उल्लंघन पर कोई बहाना स्वीकार नहीं
रूसी समाचार एजेंसी के अनुसार, गुरुवार को आयोजित अफगान प्रसारकों की बैठक में एक ब्रॉडकाॅस्टर ने कहा- तालिबान ने स्पष्ट रूप से कहा कि दारी या पश्तो (अफगानिस्तान की आधिकारिक भाषाओं) में अनुवादित किसी भी विदेशी टीवी श्रृंखला को दिखाना बंद कर दें। बैठक में शामिल एक अन्य ब्रॉडकॉस्टर ने बताया कि नए अधिकारियों ने साफ तौर पर चेतावनी दी है कि वे प्रतिबंध के उल्लंघन के किसी भी बहाने को स्वीकार नहीं करेंगे।

अफगानिस्तान में नहीं है फिल्म उद्योग
गौरतलब है कि अफगानिस्तान में कोई फिल्म उद्योग नहीं है। वहां ऐसे कोई शो या फिल्में नहीं हैं, जो विदेशी सीरीज या शोज की जगह ले सकें। इस प्रतिबंध के बाद लोगों का कहना है कि ऐसी स्थिति में उन्हें अपने घरों के टीवी सेट बंद करने पड़ेंगे। पिछले साल काबुल पर कब्जा करने के बाद तालिबान ने महिला एक्टर्स वाले कार्यक्रमों की प्रस्तुति नहीं करने के आदेश दिए थे। 

मानवाधिकारों की हालत खराब 
पिछले साल 15 अगस्त को अफगानिस्तान में तालिबान ने अपना झंडा फहरा दिया था। इसके बाद से वहां मानवाधिकारों की स्थिति खराब हो गई है। हालांकि, अब देश में युद्ध जैसे हालात नहीं हैं, लेकिन गंभीर मानवाधिकारों का उल्लंघन बेरोकटोक जारी है। तालिबान ने मानवाधिकारों का उल्लंघन किया है और करना जारी रखा है, जिसमें न्यायेतर फांसी, जबरन गायब करवा देना, यातना, मनमानी हिरासत, महिलाओं और लड़कियों के अधिकारों को वापस लेना, सेंसरशिप और मीडिया के खिलाफ हमले शामिल हैं। अफगानिस्तान में लोग एक अभूतपूर्व मानवीय संकट का भी सामना कर रहे हैं, जो अंतरराष्ट्रीय समुदाय, विशेष रूप से अमेरिका द्वारा लिए गए निर्णयों की वजह से बना है। अमेरिका ने अफगानिस्तान को सहायता वित्त पोषण और वैश्विक वित्तीय प्रणाली तक पहुंच से रोक दिया है।

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अधिकारियों को वेतन देने तक के पैसे नहीं 

अमेरिकी बैंकों (American Banks) ने अक्टूबर 2021 से ही अफगानिस्तान के दूतावासों का फंड रोक दिया हुआ है। अमेरिका का मानना है कि खातों को फ्रीज नहीं किया तो तालिबान धन का दुरुपयोग कर सकता है। अमेरिकी बैंकों द्वारा खातों को फ्रीज करने के बाद से अफगान राजनयिकों का भुगतान नहीं हो पाया है। अफगानस्तिान के राजनयिकों को पिछले साल अक्टूबर से ही भुगतान नहीं किया गया है, जब अमेरिकी बैंकों ने तालिबान को दूतावास के धन तक पहुंचने से रोकने के लिए खातों को फ्रीज कर दिया था। 

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