
लाहौर। पाकिस्तान में कट्टरपंथी उन्माद चरम पर है। यहां तहरीक-ए-लब्बैक के प्रमुख साद रिजवी की गिरफ्तारी के बाद पाकिस्तान में हिंसा बेकाबू हो चुकी है। 24 घंटों के भीतर एक पुलिसकर्मी समेत कई लोगों की जान जा चुकी है तथा दर्जनों घायल हैं। हजारों की संख्या में मौलाना साद रिजवी के समर्थक सड़कों पर उत्पात मचा रहे, उग्र हिंसा को अंजाम दे रहे हैं। उधर, पुलिस इन उग्र समर्थकों के आगे बिल्कुल लाचार नजर आ रही है।
सोमवार को हुई थी गिरफ्तारी, रात में भड़की हिंसा
तहरीक-ए-लब्बैक के पाकिस्तान प्रमुख साद रिजवी को पुलिस ने 12 अप्रैल को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के बाद साद के समर्थक उग्र होकर रात में सड़कों पर आ गए। रात में पुलिस के साथ हुई झड़प में एक पुलिसकर्मी की जान चली गई। लाहौर के पास शाहदरा कस्बे के पास भी कम से कम दस पुलिसकर्मियों के घायल होने की सूचना है। पंजाब प्रांत में भी दो लोगों के मारे जाने की सूचना है।
रिजवी ने दी थी सरकार को धमकी
मौलवी साद रिजवी ने पैगंबर मोहम्मद का चित्र प्रकाशित किए जाने को लेकर फ्रांस के राजदूत को पाकिस्तान से निष्कासित करने की मांग सरकार से की थी। रिजवी ने पाकिस्तान की सरकार को धमकी दी थी कि अगर राजदूत पर कार्रवाई नहीं की जाती तो उग्र प्रदर्शन होंगे। इस बयान के बाद पुलिस ने साद को गिरफ्तार कर लिया था।
कट्टर समर्थकों ने हिंसा शुरू कर दिया
मौलाना साद रिजवी की गिरफ्तारी के बाद उसके समर्थकों ने हिंसा शुरू कर दी। इसके बाद पाकिस्तान में कट्टरपंथी उग्र हो गए और हिंसा को अंजाम देने लगे।
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री भी साधे चुप्पी
साद रिजवी की धमकी व कट्टरपंथी समर्थकों द्वारा हिंसा किए जाने के बाद भी पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान खुलकर इस घटना में बयान नहीं दे पा रहे हैं। जानकारों की मानें तो पीएम इमरान खान डर रहे कि कहीं कट्टरपंथी और उग्र न हो जाएं।
कई प्रमुख मार्ग जाम, लोग परेशान
साद रिजवी के हजारों समर्थकों ने कई प्रमुख मार्गाें को जाम कर दिया है। हजारों लोग सड़कों पर फंसे हुए हैं लेकिन प्रशासन लाचार दिख रहा।
पिता के निधन के बाद बना था नेता
तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान के नेता खादिम हुसैन रिजवी के निधन के बाद साद रिजवी इस संगठन का प्रमुख बना था। खादिम रिजवी उसके पिता थे। साद हमेशा से पाकिस्तान पर कट्टरपंथी विचारधारा को थोपने के लिए तरह तरह से दबाव बनाता रहता है।
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