
Albama. अलबामा ने नाइट्रोजन गैस की अप्रचलित विधि का प्रयोग करके केनेथ स्मिथ को फांसी दे दी। कोर्ट में वकील फांसी की सजा पर रोक नहीं लगवा पाए। वकीलों ने तर्क दिया था कि फांसी देने का यह तरीका असामान्य और क्रूर है। इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में भी याचिका दायर की गई थी लेकिन शीर्ष कोर्ट ने इसे खारिज कर दिया। यह पहला मामला है जब किसी कैदी को नाइट्रोजन गैस से फांसी दी गई।
पहली बार नाइट्रोजन गैस से दी गई फांसी
अलबामा ने नाइट्रोजन गैस का उपयोग करके अमेरिका में मौत की सजा पाने वाले कैदी को पहली बार फांसी दी है। यह अप्रचलित प्रक्रिया है जिसके बारे में कैदी के वकीलों ने तर्क दिया था कि यह क्रूर और असामान्य है। किसी को भी इस तरह से फांसी की सजा नहीं दी जानी चाहिए। वकीलों ने कहा था कि यह अमेरिकी संविधान में भी प्रतिबंधित है। 58 वर्षीय केनेथ स्मिथ को अलबामा जेल में गुरुवार शाम 8.25 बजे मृत घोषित कर दिया गया। उनके चेहरे पर मास्क के माध्यम से शुद्ध नाइट्रोजन गैस दिया गया, जिससे सांस लेने के बाद ऑक्सीजन की कमी हो गई थी और केनेथ की मौत हो गई।
कोर्ट ने खारिज कर दी अपील
अमेरिका का अलबामा में नाइट्रोजन गैस से फांसी की सजा पर रोक लगाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई थी। कोर्ट ने रात 8 बजे से पहले ही अपील खारिज कर दी, जिसके बाद फांसी की प्रक्रिया शुरू कर दी गई और 8 बजकर 25 मिनट पर केनेथ को फांसी दे दी गई। जस्टिस सोनिया सोतोमयोर ने इस फैसले पर असहमति जताई और लिखा कि अपने पहले प्रयास में स्मिथ को मारने में असफल होने के बाद अलबामा ने ऐसी विधि का प्रयोग करने के लिए गिनी पिग को चुना है। ऐसा पहले कभी नहीं किया। पूरी दुनिया इसे देख रही है।
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