अमेरिका ने चीन के सामानों पर फिर से टैरिफ लगाया है। इससे दोनों देशों के बीच चल रहा ट्रेड वॉर और भी तेज होने की संभावना बढ़ गई है।
वॉशिंगटन। अमेरिका ने चीनी सामानों पर फिर से 15 प्रतिशत टैरिफ लगाने की घोषणा की है। इन सामानों में फुटवियर, स्मार्ट वॉच और फ्लैट-पैनल टीवी शामिल हैं। इससे अमेरिका और चीन के बीच जारी ट्रेड वॉर के और भी तेज होने की संभवाना जतायी जा रही है। टैरिफ बढ़ाने की घोषणा के बाद अमेरिका में स्टॉक वायदा बाजार और एशिया में कच्चे तेल की कीमतें सोमवार को जल्दी ही गिर गईं।
क्या कहा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने
डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि इस मुददे पर दोनों पक्ष इस महीने के अंत में वार्ता के लिए मिलेंगे। ट्रम्प ने ट्विटर पर लिखते हुए कहा कि उनका लक्ष्य चीन पर अमेरिकी निर्भरता को कम करना है। उन्होंने फिर से अमेरिकी कंपनियों से चीन के बाहर से सामानों की आपूर्ति करने के लिए आग्रह किया है। इससे साफ जाहिर है कि ट्रम्प इस मामले पर कोई समझौता नहीं करेंगे और दोनों देशों के बीच चल रहा ट्रेड वॉर अभी जारी ही रहेगा।
चीनी स्टेट मीडिया ने क्या कहा
चीनी समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने कहा, "अमेरिका को एक जिम्मेदार वैश्विक शक्ति की तरह व्यवहार करना चाहिए। उसे एक 'एक धमकी देने वाले स्कूली बच्चे' जैसा व्यवहार नहीं करना चाहिए।" वहीं, चीन की सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी के अखबार ने लिखा कि अमेरिका के द्वारा लगाए गए टैरिफ से चीन का विकास प्रभावित होने वाला नहीं है। चीन की अर्थव्यवस्था तेजी से आगे बढ़ रही है और यही वजह है कि दुनिया की बड़ी कंपनियां यहां निवेश कर रही हैं। कम्युनिस्ट पार्टी के अखबार ने यह लिखा है कि चीन दुनिया की बड़ी आर्थिक शक्ति बन चुका है और इसे दरकिनार कर पाना किसी के लिए संभव नहीं है। वहीं, चीन ने अमेरिका को चेतावनी देते हुए कहा है कि दुनिया की एकमात्र महाशक्ति के रूप में अमेरिका गंभीरता के साथ अपनी जिम्मेदारी निभाए। तभी वह फिर से महान बन सकता है।