रूस और यूक्रेन के बीच जारी तनाव को देखते हुए अमेरिका ने अपने देश के लोगों से कहा है कि वे यूक्रेन से निकल जाएं। अमेरिकी सरकार ने गुरुवार को एक नई एडवाजरी जारी की।
वाशिंगटन। रूस और यूक्रेन के बीच जारी तनाव (Russia Ukraine Tensions) को देखते हुए अमेरिका ने अपने देश के लोगों से कहा है कि वे यूक्रेन से निकल जाएं। अमेरिकी सरकार ने गुरुवार को एक नई एडवाजरी जारी की। इसमें यूक्रेन में रह रहे अमेरिकियों से जल्द से जल्द देश छोड़ने का आग्रह किया गया है। इसके साथ ही अमेरिका के लोगों से कहा गया है कि यूक्रेन की यात्रा नहीं करें।
इससे पहले भी अमेरिका ने यूक्रेन में रह रहे अपने नागरिकों के लिए चेतावनी जारी किया था। उसमें अमेरिकी नागरिकों से कहा गया था कि वे उपलब्ध फ्लाइट्स का इस्तेमाल कर यूक्रेन से निकल जाएं। अमेरिकी विदेश विभाग द्वारा जारी नए ट्रैवल एडवाइजरी में कहा गया है कि रूसी सैन्य कार्रवाई और कोरोना के खतरे को देखते हुए यूक्रेन की यात्रा नहीं करें।
एडवाइजरी में कहा गया है कि यूक्रेन में जो अमेरिकी मौजूद हैं वे वाणिज्यिक या निजी माध्यमों से प्रस्थान करें। अगर यूक्रेन में बने रहते हैं तो अपराध, नागरिक अशांति और संभावित युद्ध के कारण अधिक सावधानी बरतें। रूस की सैन्य कार्रवाई के खतरे के चलते यूक्रेन के कुछ क्षेत्रों में जोखिम बढ़ गया है। बता दें कि 23 जनवरी को विदेश विभाग ने अमेरिकी राजनयिकों के परिवार के सदस्यों और सीधे काम पर रखने वाले कर्मचारियों की निकासी को अधिकृत किया था। विदेश विभाग ने यह भी सिफारिश की थी कि अमेरिकी नागरिक जो यूक्रेन में मौजूद थे, उन्हें तुरंत प्रस्थान करने पर विचार करना चाहिए।
1700 अमेरिकी सैनिक पहुंचे पोलैंड
इस बीच, 82वें एयरबोर्न डिवीजन से अमेरिकी सैनिकों का पहला समूह 5 फरवरी को पोलैंड पहुंचा। पेंटागन के प्रेस सचिव जॉन किर्बी ने घोषणा की कि अमेरिकाके 1700 अतिरिक्त सैनिकों को पोलैंड भेजा गया है। इससे पहले किर्बी ने कहा था कि रूस के साथ बढ़ते तनाव के बीच अमेरिका यूरोप में अस्थायी रूप से अतिरिक्त बल तैनात करेगा। जर्मनी में स्थित 1,000 अमेरिकी सैनिकों को रोमानिया में भेजा जाएगा। अन्य 8,500 सैनिक "नाटो प्रतिक्रिया बल के लिए बुलाए जाने पर आगे बढ़ने के लिए तैयार रहेंगे।
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