
Muhammad Yunus Gift to Pakistan General: बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मुहम्मद यूनुस ने पाकिस्तानी जनरल साहिर शमशाद मिर्जा को एक ऐसा तोहफा दिया, जिससे विवाद खड़ा हो गया। दरअसल, यूनुस ने मिर्जा को 'आर्ट ऑफ ट्रायम्फ' नाम की एक किताब गिफ्ट की, जिसके कवर पर छपे नक्शे में असम और भारत के कुछ पूर्वोत्तर राज्यों को बांग्लादेश में दिखाया गया है।
यूनुस के ऑफिशियल X अकाउंट पर शेयर की गई इस गिफ्ट की तस्वीर में यह किताब दिखाई दे रही है, जिसे 2024 के छात्र आंदोलन के लिए एक श्रद्धांजलि के रूप में देखा जा सकता है। ये वही आंदोलन है, जिसकी वजह से बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार का तख्तापलट कर दिया गया था। इस किताब में जुलाई-अगस्त 2024 के छात्र आंदोलन के दौरान की तस्वीरों को दिखाया गया है। इस किताब को सितंबर 2024 में मुहम्मद यूनुस ने जारी किया था।
किताब के कवर पर मौजूद नक्शे में 'वृहत्तर बांग्लादेश' की अवधारणा को दिखाया गया है। वृहत्तर बांग्लादेश ढाका स्थित इस्लामी संगठन "सल्तनत-ए-बांग्ला" द्वारा समर्थित एक कॉन्सेप्ट है। इस अवधारणा में भारत का नॉर्थ-ईस्ट राज्यों के हिस्सों के अलावा पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, ओडिशा के कुछ हिस्से और म्यांमार का अराकान राज्य शामिल है।
यह विकृत नक्शा पहली बार अप्रैल 2025 में तब सामने आया था, जब इसे ढाका विश्वविद्यालय में बंगाली नव वर्ष पोहेला बैशाख पर आयोजित एक प्रदर्शनी में दिखाया गया। बाद में, अगस्त 2025 में कांग्रेस सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला ने राज्यसभा में यह मुद्दा उठाया था। यह नक्शा 2024 में भी शेयर किया गया था, जब यूनुस के एक करीबी सहयोगी नाहिद-उल-इस्लाम ने एक मैप शेयर करते हुए "ग्रेटर बांग्लादेश" का विचार दिया था। इसमें पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा और असम के कुछ हिस्सों को बांग्लादेश के रूप में दिखाया गया था।
मुहम्मद यूनुस ने सितंबर 2024 में कनाडा के तत्कालीन पीएम जस्टिन ट्रूडो को ये किताब तोहफे में दी थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह किताब अब तक 12 से ज्यादा विदेशी नेताओं और अधिकारियों को गिफ्ट में दी जा चुकी है। इनमें ट्रूडो के अलावा अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन, इटली की पीएम जॉर्जिया मेलोनी, ब्राजील के पीएम लूला डिसिल्वा और पूर्व अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन भी शामिल हैं।
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