पूर्व राजनयिक अनिल त्रिगुणायत और महेश सचदेव ने बांग्लादेश तनाव और हिंसा पर बोलते हुए कहा कि पचास साल के जो भारत-बांग्लादेश के संबंध थे उनपर आंच आ रहे है। जो भी बांग्लादेश की अंतरिम सरकार है उसे अन्य देशों के साथ भी रिश्तों को देखने चाहिए।