पीपीपी अध्यक्ष बिलावल भुट्टो-जरदारी (Bilawal Bhutto Zardari) पाकिस्तान के विदेश मंत्री बन गए हैं। राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने उन्हें शपथ दिलाई। 33 वर्षीय बिलावल पहली बार 2018 में नेशनल असेंबली के लिए चुने गए थे।
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने बुधवार को पीपीपी अध्यक्ष बिलावल भुट्टो-जरदारी (Bilawal Bhutto-Zardari) को शपथ दिलाई। वह कैबिनेट मंत्री के रूप में प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (Shehbaz Sharif) के मंत्रिमंडल में शामिल होंगे। शपथ ग्रहण समारोह ऐवान-ए-सदर में आयोजित किया गया, जहां पीएम शहबाज भी मौजूद थे।
33 वर्षीय बिलावल पहली बार 2018 में नेशनल असेंबली के लिए चुने गए थे। यह पहली बार है जब वह केंद्रीय कैबिनेट के सदस्य के रूप में काम करेंगे। विदेश कार्यालय के प्रवक्ता ने ट्वीट किया कि बिलावल ने देश के विदेश मंत्री के रूप में पदभार ग्रहण किया है।
विदेश राज्य मंत्री हिना रब्बानी खार और विदेश सचिव सोहेल महमूद ने विदेश मंत्रालय के कार्यालय में उनका स्वागत किया। बिलावल ने मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों से बातचीत की। उनकी बहन बख्तावर भुट्टो-जरदारी ने उन्हें देश के विदेश मंत्री के रूप में शपथ लेने के लिए बधाई दी। बिलावल ने मंगलवार प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान संकेत दिया था कि उन्हें विदेश मंत्रालय का पोर्टफोलियो आवंटित किया जाएगा। एक रिपोर्टर ने उनसे विदेश नीति के मामलों पर टिप्पणी करने के लिए सवाल किया तो उन्होंने कहा था कि वह जल्द ही इस मुद्दे पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे।
मिली पश्चिमी देशों के साथ खराब संबंधों को सुधारने की जिम्मेदारी
बता दें कि बिलावल ने पिछले सप्ताह लंदन में पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) सुप्रीमो नवाज शरीफ से मुलाकात की थी। उन्होंने पाकिस्तान में "समग्र राजनीतिक स्थिति" पर चर्चा की थी और राष्ट्रीय हित में राजनीति से संबंधित मुद्दों पर मिलकर काम करने की कसम खाई थी। बिलावल की पीपीपी प्रधानमंत्री शरीफ की मौजूदा गठबंधन सरकार में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी है। प्रधानमंत्री शहबाज पीएमएल-एन के अध्यक्ष हैं। 33 वर्षीय भुट्टो-जरदारी को अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों के साथ खराब संबंधों को सुधारने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
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बेनजीर भुट्टो के बेटे हैं बिलावल
बिलावल पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के प्रमुख हैं और तीन बार की पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो के बेटे हैं। बेनजीर भुट्टो 2007 में रावलपिंडी में एक राजनीतिक रैली में हुए हमले में मारी गईं थी। बिलावल के पिता आसिफ अली जरदारी पूर्व पाकिस्तानी राष्ट्रपति हैं। बेनजीर का हत्यारा कभी पकड़ा नहीं गया। संयुक्त राष्ट्र की एक जांच में पाया गया कि पाकिस्तानी अधिकारी उसकी रक्षा करने या उसकी मौत की ठीक से जांच करने में विफल रहे।
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